भोपाल l भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए पहले ही 345 सदस्यीय प्रदेश परिषद का गठन कर लिया है। आरक्षित वर्गों के लिए सीटों के अनुरूप उन्हीं वर्गों से परिषद सदस्य बनाए गए हैं। इसके अलावा महिलाओं और ओबीसी वर्ग को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। प्रदेश भाजपा में सामान्यतः अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से ही हुआ है। अब तक केवल दो बार ही मतदान की नौबत आई - एक बार 1990 में लखीराम अग्रवाल और कैलाश जोशी के बीच, और दूसरी बार 2000 में शिवराज सिंह चौहान और विक्रम वर्मा के बीच, जिसमें विक्रम वर्मा ने शिवराज सिंह चौहान को पराजित किया था। अब देखना यह है कि इस बार भी चुनाव सर्वसम्मति से होगा या फिर मतदान की नौबत आएगी l