शाजापुर l ब्रॉडबेडफरो सीड-ड्रील को सोयाबीन के खेतों में नमी की समस्या से निपटने के लिए विकसित किया गया है। मिट्टी की नमी का प्रबंधन वर्षा के पानी का मिट्टी में रिसाव एवं नमी अवधारण को बढ़ाकर पानी के बहाव तथा मृदा अपरदन को कम करके किया जाता है। उक्त जानकारी देते हुए कृषि अभियांत्रिकी सहायक यंत्री श्री अंशुल बारोड़ ने बताया कि इस पद्धति से बुआई करने से परम्परागत विधि की अपेक्षा विपरीत परिस्थितियों जैसे की अधिक व कम वर्षा में भी सोयाबीन के अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। बीबीफ (ब्रॉडबेडफरो) मशीन द्वारा गहरी नाली बनाकर अधिकतम वर्षा के दौरान जल की प्रभावी निकासी हो जाती है। जबकि समतल भूमि विधि में बुवाई करने पर वर्षा का जल खेत में ही संग्रहित हो जाता है, जिससे फसल ख़राब होने का ख़तरा बना रहता है। बीबीफ पद्धति से बुवाई करने पर कम वर्षा होने की स्थिति में भी वर्षा का जल गहरी नालियों में संग्रहित हो जाता है। जिससे पौधे को नमी प्राप्त होती रहती है। इसके विपरीत फसल अवधि में आवश्यकता पड़ने पर नालियों से सिंचाई करने की सुविधा उपलब्ध होती है। फलस्वरूप पौधे में पानी की कमी नहीं होती, इसके साथ साथ चौड़ी क्यारी में बुवाई होने के कारण प्रत्येक पंक्ति को सूर्य की रोशनी व हवा पर्याप्त मात्रा में मिलती है जिससे पौधे के फैलाव को अधिक जगह मिलती है। जिससे पौधे की शाखाओं में वृद्धि होती हैं तथा अधिक मात्रा में फूल व फल्लियाँ बनती है परिणामस्वरूप उत्पादन में वृद्धि देखने को मिलती है।