भोपाल l दिसंबर माह में प्रदेश की भाजपा सरकार डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में अपना सफलतम एक वर्ष पूरा करने जा रही है । इस एक साल को बेमिसाल बनाने में जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव स्वयं जी - जान से जुटे हैं वहीं उनकी सरकार में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी कहां पीछे रहने वाले हैं । विभागों की जन समस्याओं के निराकरण की जो सरकारी रिपोर्ट सामने आई है उसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ज्यादातर कद्दावर मंत्रियों के विभाग डी श्रेणी में शामिल हैं इसका मतलब है कि उनकी परफॉर्मेंस कमजोर है। लेकिन उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की परफॉर्मेंस ने प्रभावित किया है । उनका विभाग "ए" श्रेणी में शामिल है इसका सीधा सा अर्थ है कि उपमुख्यमंत्री जन अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। जन समस्याओं के समाधान और योजनाओं की निगरानी के लिए सरकार का लोक सेवा प्रबंधन विभाग कड़ाई से निगरानी कर रहा है। कामकाज के आधार पर ही इन विभागों को ए,बी,सी,डी चार श्रेणियां में बांटा गया है। उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ना सिर्फ अपनी विधानसभा क्षेत्र में बल्कि प्रभार के जिलों में भी लगातार सक्रिय हैं। जब भोपाल में वह बंगलें /मंत्रालय में होते हैं तो उनसे मिलने आने वाले एक-एक व्यक्ति से मुलाकात करते हैं ,उनकी समस्याएं सुनते हैं और यथा संभव निराकरण भी करते हैं । वहीं अपने विभाग की गतिविधियों पर भी लगातार नजर रखते हैं । समय-समय पर विभागीय समीक्षा बैठकों में स्पष्ट और कडे़ निर्देश भी देते हैं । उपमुख्यमंत्री देवड़ा के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह गतिशील है l आगामी बजट को लोक कल्याणकारी बजट बनाने के लिए उन्होंने सभी से सुझाव भी मांगे हैं l मध्यप्रदेश में  जीएसटी राजस्व संग्रहण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है l पारदर्शी वित्तीय प्रशासन देने के लिए संकल्पबद्ध उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि देश की पांच ट्रिलियन अर्थ व्यवस्था बनाने में भी मध्यप्रदेश भरपूर सहयोग देगा l इनसे मिलने आने वाले लोगों की भारी भरकम भीड़ और इनकी कार्यशैली की चर्चा अब हर तरफ हो रही है l इनकी सहज उपलब्धता के कारण ही आमजन और कार्यकर्ताओं में यह नेरेटिव सेट हो गया है कि कोई मंत्री मिले या ना मिले लेकिन उपमुख्यमंत्री देवडा़ तो मिल ही जाते हैं l उनकी सक्रियता का ही परिणाम है कि उनका परिवहन विभाग आज "ए" श्रेणी में शामिल है इसलिए वह परफॉर्मेंस में नंबर वन हैं ।