कृषि उद्योग समागम के दूसरे दिन कलेक्टर पहुंची प्रदर्शनी

नरसिंहपुर l तीन दिवसीय कृषि उद्योग समागम मेले का शुभारंभ सोमवार 26 मई को किया जा चुका है। मेले में विभिन्न कृषि आधारित आधुनिक यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने बताया कि तीन दिवसीय कृषि उद्योग समागम का शुभारंभ किया जा चुका है। यहाँ विभिन्न विभागों की लगभग 90 से अधिक स्टॉल लगायी गई है।
इस प्रदर्शनी में आधुनिक कृषि तकनीकों, यंत्रों एवं नवाचारों का व्यापक प्रदर्शन किया गया है। ड्रोन आधारित कृषि तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त उपकरण, पॉवर स्प्रेयर, सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र, जैविक एवं नैनो फर्टिलाइज़र सहित विविध नवीनतम संसाधनों को भी प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी का उद्देश्य किसानों को नवीन कृषि तकनीकों, जैविक एवं नैनो उत्पादों, पशुपालन और महिला सशक्तिकरण से जोड़ते हुए उन्हें आधुनिक, टिकाऊ और लाभकारी कृषि प्रणाली की ओर प्रेरित करना है। कलेक्टर ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि वे इस कृषि उद्योग समागम मेले में आकर प्रदर्शनी का अवलोकन करें और आधुनिक व नवीन तकनीकों की जानकारी लें। उन्होंने कहा कि मेले में प्रदर्शनी के अलावा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी लेकर अपनी कृषि संबंधी समस्याओं का समाधान करें।
किसानों को मिल रही आधुनिक यंत्रों की जानकारी
जिले के किसानों ने इन आधुनिक यंत्रों की जानकारी ली। खेती में होने वाले फायदों के बारे में भी जाना। एमपी स्टेट एग्रो इडस्ट्रीज डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल के श्री सतीश पाल कहते हैं कि राज्य सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और आधुनिक यंत्रों की जानकारी देने के उद्देश्य से यह उद्योग समागम मेले का अयोजन किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि समागम मेले में एमपी स्टेट एग्रो इडस्ट्रीज डेव्हरलमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल को स्टॉल लगाने का मौका मिला।
एमपी स्टेट एग्रो इडस्ट्रीज डेव्हपलमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल के श्री सतीश पाल ने किसानों को मवेशियों के पानी पीने के लिए केटर डिंकिंग वाटर टेंकर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि यह टेंकर ग्रामीण क्षेत्र एवं गौशालाओं के लिए अति उपयोगी है। उन्होंने बताया कि मंडी में किसानों द्वारा लाई गई उपज का सफाई, छनाई, ट्रांसफर, ग्रेडिंग तुलाई एवं बेगिंग द्वारा रियायती दरों पर मूल्य संवर्धन है। मेकेनाईज्ड ग्रेन सेग्रेगेशन सिस्टम एक ऐसा अभिनव एवं उन्नत सिस्टम है, जिसकी सहायता से उपज को एक ही बार में सफाई, छनाई, ट्रांसफर, ग्रेडिंग, तुलाई एवं बेग में भरा जा सकता है। यह अभिनव सिस्टम अत्यंत कम खर्चे एवं समय में सभी प्रकार की उपज की ग्रेडिंग कर सकता है। यह सिस्टम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल जो भारत सरकार का संस्थान है से टेस्टेड एवं अनुमोदित है। किसान सेवा केन्द्र में इसे स्थापित किया जाता है, तो मंडी समिति द्वारा स्वयं सहायता समूह या महिला कृषक समूह के माध्यम से इसे ऑपरेट कर किसानों की फसल रियायती दर पर सफाई, छनाई, ट्रांसफर, ग्रेडिंग, तुलाई एवं बेगिंग कर कृषकों की उपज का मूल्य संवर्धन किया जा सकता है। किसानों को मंडी में उनकी फसल को उचित दाम प्राप्त हो सकेगा। मंडी द्वारा किसानों की उपज के मूल्य संवर्धन के लिए यह अभिनव प्रयोग किसान सेवा केन्द्र के माध्यम से किया जा सकता है।
उन्होंने किसानों को बताया कि ग्रीष्म ऋतु के दौरान आमजन को शुद्ध एवं शीतल पेयजल की समस्या को दूर करने मोबाइल जीआई वाटर टेंक वाटर प्युरिफायर एवं चिलर निर्मल शीतला जल वाहक है। जीआई टू- व्हील टैंकर एवं सोलर चलित शीतल पेयजल और हैंड वाश की सुविधा है।
इसके साथ ही तीर्थ एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड राजकोट, गुजरात द्वारा विग राउंडल वेलर एसआरवी 120, राउंड स्मार्ट, हैरक, सब स्वाइलर, सिलेसट, रोटरी रिवर्स फाइलर, सेमीचेमियन रोटरी प्लस, मंचर, पॉवर हैरो, सुपर सीडर, मोबाइल थ्रेडर, रक्षक 400 स्प्रे पम्प, राईस प्लान ट्रांसफर, प्रोटेक्टर3737 हार्वेस्टर सुगर कैन आदि कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई। इनके स्टॉल के माध्यम से लगभग हजारों की संख्या में कृषकों ने अवलोकन कर इनकी जानकारी ली।
इसके अलावा कृषि गति पुणे महाराष्ट्र द्वारा इलेक्ट्रिक बैल का स्टॉल लगाया। उन्होंने बताया कि इस इलेक्ट्रिक बैल के माध्यम से किसानों को बीज बुवाई, निराई, मिट्टी भरना व कीनाशक छिड़काव का कार्य करता है। उन्होंने बताया कि अब तक इस स्टॉल के माध्यम से लगभग 400 किसानों को जानकारी दे चुके हैं।
गुणवत्तायुक्त बीजों से भरपूर उद्योग समागम मेला
किसानों को कम समय में अधिक पैदावार देने वाले उन्नत किस्म के प्रमाणित बीजों की प्रदर्शनी कृषि उद्योग समागम मेले में लगाई गई हैं। जिले के किसान इन स्टॉलों पर जाकर विभिन्न किस्मों के बीज का अवलोकन कर रहे हैं। जिले के अन्य किसान भी मेले में आकर उन्नत व गुणवत्तायुक्त बीजों का अवलोकन कर सकते हैं और यहां से बीज खरीद भी सकते हैं।
नरसिंहपुर के कुशवाहा बीज भंडार के श्री मयंक कुशवाहा ने भी अपना स्टॉल कृषि उद्योग समागम मेले में लगाया। वे कहते हैं कि किसानों को अच्छा गुणवत्ता का उन्नत बीज की जानकारी दी जा रही है। साथ ही उन्हें विभिन्न फसल बीजों के बारे में बताकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान कर रहे हैं। वे कहते हैं कि उनके स्टॉल में अब तक हजारों से भी ज्यादा किसान आ चुके हैं। कई किसानों ने इस स्टॉल के माध्यम से बीज का क्रय किया है।
विभिन्न आम की प्रजातियों से किसानों को कराया अवगत
किसान अपने खेत में आम के पौधे लगाकर कमा सकता है लाखों रुपये
राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुनी करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कृत संकल्पित है। फसल उत्पादन के अलावा बागवानी व फलदार पौधे लगाकर किसानों की आय में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। जिले के गाडरवारा तहसील के ग्राम छैनाकछार के कृषक श्री विजय पाल ने मैगों फार्म का स्टॉल लगाया। उन्हें अपने स्टॉल में राजापुरी, मल्लिका, केजर, जम्बो केसर, लंगड़ा, गोल्डन केसर, आम्रपाली, दशहरी आदि आम की किस्मों की प्रदर्शनी लगाई। वे बताते हैं कि अब तक इस प्रदर्शनी के माध्यम से लगभग दो हजार किसानों को आम से होने वाले फायदों के बारे में बताया। वे बताते हैं कि बेरोजगार नागरिक और अन्य कृषक अपने खेतों में इन आम को लगाकर लाखों रुपये कमा सकते हैं। एक एकड़ में आम के पौधे लगाने पर दो साल में लगभग डेढ़ लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है। यहां आये किसानों ने बताया कि यह खेती के साथ- साथ फलदार वृक्षों से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी मिल रही है। कृषक श्री राकेश साहू ने बताया कि किसान इससे काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसलिए वे स्वयं अपने खेत में एक पेड़ लगाकर देखेंगे और अच्छा मुनाफा हुआ तो वे अपने खेत में और भी पौधे लगायेंगे।
विभागों द्वारा दी जा रही जानकारी
कृषि उद्योग समागम के दौरान कृषि विभाग, महिला एवं बाल विकास, मत्स्य, उद्यानिकी, स्वास्थ्य आदि विभागों से संबंधी स्टॉल लगाकर किसानों और नागरिकों को जानकारी दी जा रही है। उन्होंने अपने- अपने विभागों की योजनाओं, कार्यक्रमों की जानकारी देकर इन योजनाओं का लाभ लेने का आग्रह कर रहे हैं।