ड्रोन दीदी कार्यक्रम के तहत रायदी दीदी बनी ड्रोन सखी
अलीराजपुर । ग्राम उबलड़ की रायदी डावर ने बताया कि 7 वर्ष पहले शादी हुई थी। यहॉ पर परिवार की माली हालत काफी खराब थी। परिवार के आर्थिक सुधार के लिए परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेती करना प्रारंभ किया । खेती से जुडने के बाद उन्हे आजीविका मिशन के अधिकारियों से पता चला कि जैविक खेती और आधुनिक खेती कर अच्छा आर्थिक लाभ मिल सकता है फिर उन्होने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा कि उसके बाद गॉव की अन्य महिलाओं के साथ मिलकर बड़ फलिया स्वय सहायता नामक समूह का निर्माण कर जैविक और आधुनिक खेती की जानकारी एकत्रित कर जैविक साख सब्जियों का उत्पादन करना शुरू किया जिसके कारण उन्हे अच्छा खासा मुनाफा होने लगा । विभाग के कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त हुई की ड्रोन की सहायता से उवर्रक व कीटनाशकों के छिड़काव करना काफी आसान है। ड्रोन दीदी कार्यक्रम के तहत जिले से उनका चयन हुआ । चयन के उपरांत उन्हे इंदौर के सोरिंग एयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड संस्था के साथ 5 दिवसीय ड्रोन का प्रशिक्षण मिला । प्रशिक्षण के दौरान ड्रोन से संबंधित तकनीकी ज्ञान के साथ साथ उन्हे ड्रोन के उपयोग की पूर्ण जानकारी मिली । उन्होने बताया कि ड्रोन उडाते समय खुद को ऐसा आभास हुआ कि वो ड्रोन नहीं हेलीकॉप्टर उडा रही हो । इस प्रशिक्षण में खेती में होने वाले लाभ के साथ ड्रोन से कैसे आय अर्जित की जा सकती है उसकी भी पूर्ण जानकारी दी । प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें परीक्षा में भाग लेकर परीक्षा को उर्त्तीण किया । संस्था द्वारा उन्हे प्रमाण पत्र भी दिया गया।
ड्रोन दीदी कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण लेने के बाद गॉव की अन्य महिलाएं के साथ साथ परिवार के अन्य सदस्य काफी प्रभावित हुए । उन्होने बताया कि अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त 102 महिलाएँ उवर्रक व कीटनाशकों के छिड़काव एक साथ करेगी जिसमें उनका भी चयन ड्रोन उडाने के लिए हुए है। इस अवसर पर भोपाल से निमंत्रण प्राप्त होने के बाद से उनका परिवार काफी उत्साहित है। ड्रोन दीदी के रूप में चयनित होने पर रायदी दीदी ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी व जिला कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर का आभार व्यक्त करते हुए प्रसन्नता जाहिर की। साडी वॉकथॉन कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा ड्रोन दीदी को सम्मानित किया गया।