दो फसलों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बने किसान
नीमच l कपिलधारा कूप निर्माण से किसानों की आमदनी में भी काफी बढोतरी हुई है। अब सिंचाई की सुविधा मिल जाने से किसान, वर्षा आधारित एक फसल लेने की बजाए अब दो फसले लेकर अपना उत्पादन बढा रहे है और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे है।
जिला मुख्यालय नीमच से लगभग 65 किलोमीटर दूर मनासा जनपद के ग्राम तलाऊ के किसान कमल पिता भोना एवं ग्राम मान्याखेडी के किसान उदयराम- भोनीशंकर के खेतों में 2.42 लाख रूपये प्रति कूप के मान से कपिलधारा कूप का निर्माण हो जाने से इन किसानों की आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव आया है।
म.न.रे.गा. योजना के तहत कमल तथा उदयराम के खेतों में कूप निर्माण के कार्य में उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को रोजगार तो मिला ही, साथ ही सिंचाई के लिए कूप का निर्माण भी हो गया। पहले यह किसान अपनी असिंचित कृषि भूमि में केवल बारिश में ही फसल ले पाते थे। शेष दिनों में किसान व उनके परिवार के सदस्य अन्य किसानों के खेतों में मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे थे।
कपिलधारा कूप का निर्माण हो जाने से अब वे खरीफ के साथ ही रबी में भी गेहूं, लहसून, सरसों, ईसबगोल, अलसी आदि फसलों का उत्पादन लेने लगे है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है। अब इन किसानों के परिवारों के सदस्यों को सिंचाई सुविधा मिल जाने से अपने खेत में काम करने से ही फुर्सत नहीं मिलती। अब उन्हें दूसरों के यहां मजदूरी करने की भी जरूरत नहीं रही। इस तरह कपिलधारा कूप निर्माण से किसान परिवारों की आमदनी बढी है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुए है।