झाबुआ l रामा विकास खण्ड के 10 ग्रामों में एचडीएफसी बैंक परिवर्तन एवं बाएफ लाइव्लीहुड्स, मध्यप्रदेश द्वारा संयुक्त रुप से संचालित समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम में किये गये स्थायी आजीविकायुक्त विभिन्न कार्यो में सहयोग कराकर ग्रामीणों का कौशल विकास का सफलतापूर्वक कार्य किया जा रहा है।

            बाएफ लाइव्लीहुड्स, मध्यप्रदेश द्वारा संयुक्त रुप से संचालित समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम जिनमे कडकनाथ मुर्गीपालन ईकाई, कडकनाथ हैचरी ईकाई, नस्ल परिवर्तन हेतु सिरोही बकरो एवं बकरियों का सहयोग, उन्नत बीज के प्रदर्शन प्लाट, विभिन्न विधियों से उच्च मुल्य आधारित वेजीटेबल के प्लाट्स, बांस के हैण्डीक्राफ्ट उत्पाद बनाने वाले परिवारों का कौशल विकास कर बांस मार्ट की स्थापना, मृदा एवं जल संरक्षण अन्तर्गत पक्के चेक डेम, खेत तालाब, कोरवाल गेवियन, कुआ एवं नाला गहरीकरण के साथ-साथ मृदा परीक्षण, शिक्षा में सहयोग, सोलर स्ट्रीट एवं होम लाईट लगाना, जैविक खाद इकाई, मास प्लांटेशन आदि शामिल हैं।

         इन्ही नवाचारों को देखने और तकनीकी सीखने के लिए 30 किसानों की टीम नजदीकी जिला धार में संचालित सीएफ डब्ल्युआरडीपी परियोजना विकास धरमपुरी से एचआरडीपी परियोजना में एक दिवसीय भ्रमण पर आकर उन्होने सबसे पहले ग्राम मांछलियां में स्वयं सहायता समूह के द्वारा संचालित हैचरी यूनिट का अवलोकन कर कड़कनाथ मुर्गीपलन के बारे में सम्पूर्ण तकनीकी को जाना और उससे होने वाली आमदनी, रख-रखाव, आवास, आहार, होने वाली बीमारियों और उनके बचाव, टीकाकरण आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की तत्पश्चात् ग्राम माछलियां में ही परियोजना के तहत निर्माणधीन खेत तालाब का भ्रमण किया और खेत तालाब से हो रहे लाभों को लाभान्वित प्रतिभागी से सिखा I

           ग्राम भुराडाबरा में परियोजना से लाभान्वित और प्रतिभागी किसान रतन पिता मंशू के वेजीटेबल प्लाट का भ्रमण किया तथा किसान और सब्जी की खेती के तकनीकी ज्ञान को समझा जिसमें किसान के द्वारा बताया गया कि उसके पिता एक बीघा में कपास की खेती करते हैं जिन्होंने खरीफ सीजन से अभी तक 30 हजार से ज्यादा कभी नहीं कमाएं जबकि उसी जमीन में नवाचार करते हुए प्रति सीजन एक लाख पचास हजार कमाएं इसके साथ ही खेत की तैयारी से लेकर सब्जी की तुड़ाई और मार्केटिंग तक की सभी तकनीकों को स्वयं किसान तथा बाएफ लाइव्लीहुड्स के अधिकारियो के द्वारा किसानों को बताया गया।

           इसी क्रम में ग्राम रामा में जल संरक्षण और जल संधारण क्षमता को बड़ाने और सिंचाई हेतु जल की उपलब्धता को बड़ाने के उद्देश्य से परियोजना अन्तर्गत निर्मित चेक डैम, और मिट्टी के कटाव को रोकने हेतू बने गेबियन के स्ट्रक्चर का भ्रमण किया और वहाँ के किसानों और परियोजना टीम के अधिकारियो के द्वारा होने वाले लाभों को जाना जिसके पश्चात किसानों ने ग्राम झरनिया में वॉटर एफिशियंट सिस्टम ड्रिप और हाई वैल्यू क्रॉप कल्टीवेशन के द्वारा टमाटर, गिलकी जैसी अधिक मुनाफा देने वाली फसलों को लगाने के तौर तरीकों और उनसे होने वाले लाभों को जाना।

             भ्रमण के दौरान बाएफ लाइव्लीहुड्स के परियोजना अधिकारी डी.एन.बैरागी, जिला कार्यक्रम अधिकारी के.के. पाटील, श्री कन्हैया गावण्डे, श्री सोमला गामड उपस्थित रहे साथ ही सम्पूर्ण भ्रमण की सफलता के लिये रीजनल इंचार्ज जे.एल.पाटीदार, एचडीएफसी बैंक झाबुआ के शाखा प्रबन्धक श्री जयंत द्विवेदी द्वारा शुभकामनाएं दी गयी।