अच्छे लोग - ऊंची पसंद : फैसला आपका है अच्छा कौन..?

(हरीश मिश्र) स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने लिखा था, "अगला युग रंगीन और कलेवर का है, पर विचारधारा, संस्कृति और संस्कार का युग कभी समाप्त नहीं होता।"
बिग बॉस रंगीन मिजाज और कलेवर का सीरियल है। इसीलिए यह सीजन में आता है और चला जाता है। बस चर्चा में रहता है...बकवास के कारण। टीआरपी बटोरता है, पर शायद उसके पात्र याद भी नहीं रहते।
दूसरी तरफ तारक मेहता का उल्टा चश्मा विचारधारा, संस्कृति और संस्कार है। हर पात्र के किरदार में संस्कार हैं। यही कारण है कि पंद्रह साल बाद भी यह अच्छे लोगों की पसंद बना हुआ है।
आप आज के न्यूज़ चैनलों की महिला समाचार वाचिकाओं को देखिए। उनके वस्त्रों का प्रदर्शन और भाव-भंगिमा रंगीन मिजाज और विदेशी कलेवर की नकल हैं। जबकि दूरदर्शन की समाचार वाचिकाओं का श्रृंगार आज भी विचारधारा, संस्कृति और संस्कार को जिंदा रखता है।
आज के समाचार पत्रों में एक पेज जरूर मिलेगा रंगीन मिजाज लोगों के लिए। जबकि अखंड ज्योति विचारधारा, संस्कृति और संस्कार को काले अक्षरों में जिंदा रखता है।
सोशल मीडिया में गाली-गलौज वाले संवाद लिखने वाले रंगीन मिजाज और कुसंस्कारित लोगों की टीआरपी ज्यादा होती है। यह दहशत के कारण है। परंतु हमारी वाणी, संवाद, विचारधारा, संस्कृति और संस्कार को जिंदा रखने के कारण हमारे जैसे चिंतक और विचारक अपने शब्दों के सृजन से हजारों कालखंडों तक लोगों के दिलों में जिंदा रहते हैं।
फैसला आपका है—अच्छा कौन?
वैसे, अच्छे लोगों की पसंद सकारात्मक लेखक, चिंतक, विचारक, पत्र-पत्रिका और धारावाहिक ही होते हैं।
लेखक:
(स्वतंत्र पत्रकार)