खंडवा l खरीफ 2024 हेतु जिले में कपास, मक्का, सोयाबीन का बीज भण्डारण एवं वितरण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है, जिले के अधिकांश कपास उत्पादक किसान प्रायः कपास फसल की बुवाई अक्षय तृतीया से प्रारंभ कर देते है, जिससे कपास बीज की मांग अचानक बढ़ जाती है। उप संचालक कृषि ने बताया कि गत वर्ष किसानों के बीच रासी सीडस प्राईवेट लिमिटेड की कपास फसल की किस्म आरसीएच 659 बीजी-2 एवं नूजीवीडू सीडस लिमिटेड की कपास फसल की किस्म एनसीएस 866 बीजी-2 की मांग ज्यादा होने से किसानों को बीज आसानी से उपलब्ध नही हो पाया। उन्होंने बताया कि जिले के किसानों को रासी सीडस प्राईवेट लिमिटेड की कपास फसल की किस्म आरसीएच 659 बीजी-2 एवं नूजीवीडू सीडस लिमिटेड की कपास फसल की किस्म एनसीएस 866 बीजी-2 आसानी से उपलब्ध हो सके, इस हेतु कंपनियों के कपास बीज किस्मों की वितरण की व्यवस्था निर्धारित की गई है।

           उप संचालक कृषि ने बताया कि संबंधित विकास खंडों के कृषक अपनी पावती/ऋण पुस्तिका लेकर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (बीज निरिक्षक) के कार्यालय में उपस्थित होगा। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (बीज निरिक्षक) संबंधित कृषक को बीज उपलब्धता के आधार पर एक पावती (ऋण पुस्तिका) पर अधिकतम 2 पैकेट की विक्रय पर्ची पंजीकृत विक्रेता के नाम का उल्लेख करते हुये कृषक को प्रदाय करेगा। दुकानदार उस कृषक के नाम से जारी की गई पर्ची में अंकित बीज पैकेट की संख्या अनुसार कृषक को बीज प्रदाय करेगा तथा कृषक को जारी की गई विक्रय पर्चियों का कृषकवार रिकार्ड संधारित करते हुये संबंधित किस्मों के भंडारण एवं विक्रय की जानकारी से वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (बीज निरिक्षक) अवगत करावेंगे। इस व्यवस्था अंतर्गत वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (बीज निरिक्षक) कृषकों को जारी की पर्ची का कृषकवार रिकार्ड संधारित करेगा तथा जानकारी से अवगत करायेंगे। निर्देशों का पालन न करने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।