किसानों को कृषि उत्पादों के संरक्षण और मूल्यवर्धन के नए अवसर मिलेंगे

विदिशा l नाबार्ड की अनुदान सहायता से विदिशा में एक अत्याधुनिक डिहाइड्रेशन यूनिट स्थापित किया गया है। नाबार्ड की जिला विकास प्रबन्धक जगप्रीत कौर ने बताया कि मध्य प्रदेश पंजाब नेशनल बैंक किसान प्रशिक्षण केंद्र, में स्थापित जिले का पहला डिहाइड्रेशन यूनिट है। जिले के किसानों के लिए एक बड़ी सौगात साबित हो रहा है। इसका लाभ केवल विदिशा जिले के किसानों तक सीमित नहीं है बल्कि आसपास के जिलों तक भी पहुंच रहा है।
नाबार्ड की जिला विकास प्रबन्धक जगप्रीत कौर ने बताया कि इस डिहाइड्रेशन यूनिट के माध्यम से किसानों को कृषि उत्पादों के संरक्षण और मूल्यवर्धन के नए अवसर मिलेंगे।
यह पहल किसानों को वाणिज्यिक स्तर पर भी इस गतिविधि को अपनाने की दिशा में मार्गदर्शन करेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
किसान, किसान उत्पादक संगठन, महिला स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री सूक्षम खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना के तहत बैंकों से ऋण सहायता प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें 35ः पूंजी सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, वे अग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत 3ः ब्याज सब्सिडी का लाभ भी उठा सकते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से और भी अधिक सहायता मिलेगी।
इस यूनिट के स्थापित होने से न केवल कृषि उत्पादों की बर्बादी कम होगी, बल्कि किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले सूखे उत्पाद (खाने योग्य) तैयार करने का अवसर भी मिलेगा। इससे कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आय में स्थायी सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
विदिशा जिले में डिहाइड्रेशन यूनिट की स्थापना के लिए नाबार्ड और पंजाब नेशनल बैंक की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। यह पहल किसानों के समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।