पण्डित कुमार गंधर्व का स्थान संगीत की दुनिया में इतना ऊॅचा है कि उसे छू पाना बडा कठिन है – मंत्री श्री लोधी

देवास l मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग के लिए उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी भोपाल द्वारा जिला प्रशासन एवं नगर पालिक निगम देवास के सहयोग से पण्डित कुमार गंधर्व की स्मृति में मल्हार स्मृति मंदिर देवास में आयोजित पण्डित कुमार गंधर्व समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। समारोह में मंत्री श्री लोधी ने प्रसिद्ध गायिका विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) को वर्ष 2022 गायन के लिए राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से विभूषित किया।
समारोह में मंत्री श्री लोधी ने कहा कि पण्डित कुमार गंधर्व का स्थान संगीत की दुनिया में इतना ऊॅचा है कि उसे छू पाना बडा कठिन हैं। पण्डित कुमार गंधर्व युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। मंत्री श्री लोधी ने कहा कि संगीत हमारी परम्परा है, जो भारतीय संस्कृति में दिखाई देता है। संगीत से मन और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। धार्मिक उपासना में संगीत का बडा महत्व है। संगीत आत्मा को मनुष्य से जोडने का कार्य करता है। संगीत सामाजिक, धार्मिक और आध्यत्म से जुडा हुआ है, नागरिकों को अपने जीवन में संगीत से जुडे रहना चाहिए।
समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला अटारिया, श्री भैरूलाल अटारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, अपर कलेक्टर श्री प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम श्री बिहारी सिंह, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री जयंत माधव भिसे संस्कृति विभाग के सहायक संचालक श्री अमित कुमार यादव, पीओ डूडा श्री रवि भट्ट सहित अन्य अधिकारीगण, पण्डित कुमार गन्धर्व की पुत्री कलापनी कोमकली, पत्रकारगण एवं श्रोतागण उपस्थिति थे।
समारोह की शुरूआत राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से अलंकृत विदुषी सुधा रघुरामन (नई दिल्ली) के गायन से हुई। इसके पश्चात श्री तेजस एवं सुश्री मिताली विंचूरकर (मुम्बई) बाँसुरी एवं तबला की जुगलबंदी की प्रस्तुति दी। संगीत सभा में सहयोगी कलाकार के रूप में तबले पर सर्वश्री पवन सेम, हितेन्द्र दीक्षित, मनोज पाटीदार, यशवन्त वैष्णव, मृदंगम पर एम.वी.चंदर शेकर, बाँसुरी पर जी. रघुरामन तथा हारमोनियम पर दीपक खसरावल एवं उपकार गोड़बोले संगत की। कार्यक्रम का संचालन सुश्री सुगंधा बहरे ने किया। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक श्री जयंत माधव भिसे द्वारा सभागार में उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, कलाकरों, पत्रकारगणों एवं श्रोतागणों का आभार व्यक्त किया।
दिनांक 25 अगस्त को सभा की शुरूआत पुणे के श्री शान्तनु गोखले के संतूर वादन से होगी। दूसरी प्रस्तुति सुश्री शुभदा पराड़कर (मुम्बई) के गायन की तथा सभा का समापन श्री नीलाद्रि कुमार (मुम्बई) के सितार वादन से होगा।