नागपुर मध्य से  भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने कहा, 'मैं आज सुबह-सुबह यहां पहुंचा हूं। यह पूरी घटना सुनियोजित थी। कल सुबह आंदोलन के बाद गणेश पेठ पुलिस स्टेशन में घटना हुई, फिर सब कुछ सामान्य था। बाद में भीड़ ने केवल हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमले किए। पहले सभी कैमरे तोड़े गए और फिर हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। मैंने पुलिस आयुक्त से बात की, यह एक संवेदनशील क्षेत्र है। हमने पुलिस इंस्पेक्टर संजय सिंह को दो घंटे तक फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था। जब पुलिस यहां पहुंची, तो यहां सब कुछ हो चुका था। मैं सीएम से भी बात करूंगा। अपराधियों की तस्वीरें डीवीआर में हैं। हम इसे पुलिस को मुहैया कराएंगे। यह अफसोस की बात है कि कल पुलिस हिंदू नागरिकों के साथ खड़ी नहीं हुई। संजय सिंह जैसे पुलिस अधिकारी नागरिकों की बात नहीं सुनते। भीड़ का एक बड़ा हिस्सा बाहर से आया था।'नागपुर में ऐसी घटना कभी नहीं हुई। हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना फिर न हो। सुबह जो भी हुआ, उसे गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसके चलते हिंसा भड़की। कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, घरों पर हमले किए गए।