एमपी अजब है सबसे गजब है - सात साल के बच्चे के नाम कैसे कर दी खदान आवंटित ..?

इंदौर l "एमपी अजब है सबसे गजब है" यहां कुछ भी हो सकता है l वैध काम करने वाला व्यक्ति एक घडी़ डर जाए पर अवैध काम करने वाले व्यक्ति को किसी का कोई डर नहीं है उसे लगता है कि सब सेट हो जाएगा ..इन दिनों दीपक की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है दर असल इंदौर में 1997-98 में खनिज विभाग द्वारा ग्राम रावद के सर्वे नंबर 33/1/4/3 की 9 एकड़ खदान जिस दीपक वर्मा के नाम खदान आवंटित की गई थी तब आवेदक दीपक की उम्र सात साल थी। जिस दीपक वर्मा को लीज दी जा रही थी उसकी उम्र लीज देते समय केवल 7 साल की ही थी। वहीं गलत दस्तावेजों से उम्र 18 साल का बताकर लीज ले ली गई थी। बाद में दीपक वर्मा ने 2017 में बिना मंजूरी के यही लीज की पावर ऑफ अटॉर्नी खान को दे दी थी।
1997-98 के दौरान के इस मामले को लेकर अब उस समय पदस्थ रहे दो जिला खनिज अधिकारियों की सांस फूल रही है l अब देखना यह है कि इन दोनों खनिज अधिकारियों के ऊपर कोई कार्रवाई होगी या फिर यह पतली गली से बच निकलेंगे...?