भोपाल l दिसंबर माह में प्रदेश की भाजपा सरकार डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में अपना सफलतम एक वर्ष पूरा करने जा रही है । इस एक साल को बेमिसाल बनाने में जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव स्वयं जी - जान से जुटे हैं वहीं उनकी सरकार में महत्वपूर्ण विभाग महिला एवं बाल विकास की कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया भी कहां पीछे रहने वाली हैं । विभागों की जन समस्याओं के निराकरण की जो सरकारी रिपोर्ट सामने आई है उसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ज्यादातर कद्दावर मंत्रियों के विभाग डी श्रेणी में शामिल हैं इसका मतलब है कि उनकी परफॉर्मेंस कमजोर है। लेकिन महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया की परफॉर्मेंस ने प्रभावित किया है । उनका विभाग "ए" श्रेणी में शामिल है इसका सीधा सा अर्थ है कि  मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया जन अपेक्षाओं पर खरी उतरी हैं। जन समस्याओं के समाधान और योजनाओं की निगरानी के लिए सरकार का लोक सेवा प्रबंधन विभाग कड़ाई से निगरानी कर रहा है। कामकाज के आधार पर ही इन विभागों को ए,बी,सी,डी चार श्रेणियां में बांटा गया है। मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया ना सिर्फ अपने विधानसभा क्षेत्र में बल्कि प्रभार के जिलों में भी लगातार सक्रिय हैं। जब भोपाल में वह बंगलें /मंत्रालय पर होती हैं तो उनसे मिलने आने वाले एक-एक व्यक्ति से मुलाकात करती हैं ,उनकी समस्याएं सुनती हैं और यथा संभव निराकरण भी करती हैं । वहीं अपने विभाग की गतिविधियों की भी लगातार निगरानी करती हैं । समय-समय पर विभागीय समीक्षा बैठकों में स्पष्ट और कडे़ निर्देश भी देती हैं । महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया का कहना है कि महिलाओं के उत्थान हेतु सभी को साथ मिलकर काम करना होगा l वह महिला सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्पित नजर आती हैं l वहीं कुपोषण के खिलाफ भी मध्यप्रदेश को बड़ी कामयाबी मिली है जिसकी सकारात्मक तस्वीर भी सामने आई है l दूसरी बार प्रदेश सरकार में मंत्री बनी सुश्री निर्मला भूरिया की सक्रियता का ही परिणाम है कि उनका विभाग आज "ए" श्रेणी में शामिल है इसलिए वह परफॉर्मेंस में नंबर वन है ।