ग्वालियर l  फसल अवशेष (नरवाई) प्रबंधन के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिये कृषि अभियांत्रिकी एवं किसान कल्याण व कृषि विकास विभाग द्वारा जिले में जागरूकता रथ चलाया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने सोमवार को कलेक्ट्रेट से हरी झण्डी दिखाकर इस रथ को ग्रामीण अंचल के लिये रवाना किया। 

यह रथ जिले के विभिन्न ग्रामों में जाकर किसानों को नरवाई में आग लगाने से होने वाले नुकसान और इसके प्रबंधन से होने वाले फायदों के बारे में जागरूक करेगा। रथ के माध्यम से किसानों को बताया जायेगा कि नरवाई जलाने से प्रदूषण फैलता है। साथ ही मिट्टी की सेहत भी खराब होती है, जिससे उत्पादन घटता है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार अब फसल अवशेष जलाने पर जुर्माने का प्रावधान भी किया गया। 

रथ के शुभारंभ अवसर पर संभागीय कृषि यंत्री श्री जी सी मर्सकोले, उप संचालक कृषि श्री आर एस शाक्यवार व सहायक कृषि यंत्री श्री त्रिलोकचंद पाटीदार उपस्थित थे। 

 

नरवाई जलाने से लाभकारी सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं 

नरवाई जलाने से खेती की मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ कम होने के साथ-साथ लाभकारी सूक्ष्म जीव भी नष्ट हो जाते हैं। किसान भाईयों से अपील की गई है कि वे नरवाई में आग न लगाएँ बल्कि धान की कटाई के बाद सीधे ही हैप्पी सीडर व सुपर सीडर की सहायता से बुवाई कर दें। स्ट्रारीपर का उपयोग कर नरवाई का भूषा भी बनाया जा सकता है।