मध्यप्रदेश पुलिस के नशे से दूरी है जरूरी राज्यव्यापी जनजागरूकता अभियान को मिली अभूतपूर्व सफलता

भोपाल । मध्यप्रदेश में 15 से 30 जुलाई 2025 तक आयोजित "नशे से दूरी है जरूरी" 15 दिवसीय विशेष जनजागरूकता अभियान ने समाज में नशे के प्रति चेतना जागृत करने का ऐतिहासिक कार्य किया। यह अभियान राज्य शासन, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, शिक्षण संस्थानों, स्वयंसेवी संगठनों एवं आम नागरिकों के सहयोग से जन आंदोलन का रूप ले सका। अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्चक्र से दूर रखना, समाज में जागरूकता और सहानुभूति आधारित संवाद को प्रोत्साहित करना, नशा पीड़ितों को पुनर्वास, परामर्श और सहयोग से जोड़ना तथा पुलिस को "Law Enforcer" से आगे बढ़ाकर "Community Leader" के रूप में प्रस्तुत करना था।
समापन अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा ने कहा कि इस अभियान में प्रत्येक अधिकारी और जवान ने अभूतपूर्व सहयोग दिया है। सभी के संयुक्त प्रयासों से इस अभियान ने जन आंदोलन का रूप लिया।
डीजीपी श्री कैलाश मकवाणा ने स्पष्ट किया कि ड्रग माफिया को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाए तथा सुनियोजित तरीके से मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा उनकी गतिविधियां पूर्णत: समाप्त करने की दिशा में कार्य किए जाए। यह केवल पुलिस का नहीं, बल्कि समाज के हर नागरिक का दायित्व है कि नशे के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल हों। उन्होंने कहा कि अपनी 37 साल की पुलिस सेवा में मध्यप्रदेश पुलिस का ये पहला ऐसा अभियान देखा है, जिसने पॉजिटिव पुलिसिंग की मिशाल कायम की। समाज के साथ मिलकर पुलिस इस सामाजिक बुराई के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रही है।
इस अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक श्री पवन श्रीवास्तव, श्री आदर्श कटियार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए.साईं मनोहर, श्री योगेश चौधरी, श्री के.पी. वेकटेश्वर सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
जन-जागरूकता अभियान नशे से दूरी- है जरूरी में प्रतिदिन की गई कार्यवाही-
15 दिवसीय अभियान के दौरान प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की गईं। स्थानीय रेडियो और एफएम चैनलों पर प्रसारण, सार्वजनिक स्थलों पर बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स और पंपलेट वितरण के साथ-साथ बस अड्डों और प्रमुख चौराहों पर डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से वीडियो प्रचार किया गया। सफाई वाहनों के पीए सिस्टम से नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी गई, वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हैशटैग #नशे_से_दूरी_है_जरूरी, #SayNoToDrugs और #NashamuktMP के माध्यम से व्यापक संदेश प्रसारित हुआ।
अभियान के दौरान हर आयोजन स्थल पर "सेल्फी पॉइंट" बनाए गए और नारकोटिक्स से संबंधित शिकायतों व परामर्श के लिए हेल्पलाइन नंबर 1933, 14446, वेबसाइट https://ncbmanas.gov.in तथा म.प्र. पुलिस नारकोटिक्स विभाग का मो.नंबर 7049100785 का प्रचार किया गया। प्रचार सामग्री जैसे कैप्स, रिस्ट बैंड्स, बैजेस, पोस्टर और बैनर भी वितरित किए गए। सभी स्कूलों और कॉलेजों के छात्रावासों में "नशामुक्ति समितियाँ" गठित की गईं।
अभियान में हार्टफुलनेस संस्था के साथ-साथ सामाजिक न्याय एवं एमएसएमई विभाग के "मास्टर वॉलेंटियर्स" और "कला पथक दल" की सक्रिय भूमिका रही। नुक्कड़ नाटक, गीत-संगीत, कार्यशालाओं, रैली और प्रतियोगिताओं के माध्यम से संदेश आमजन तक पहुंचाया गया। अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं Alcoholics Anonymous और Narcotics Anonymous भी इस पहल में सहभागी बनीं।
राज्य में विद्यालयों, महाविद्यालयों, ग्राम पंचायतों, शहरी वार्डों, और सार्वजनिक स्थलों पर रैली, नुक्कड़ नाटक, कार्यशाला, भाषण प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। प्रत्येक जिले में सामूहिक रूप से शपथ दिलाई गई। "Reel बनाओ – संदेश फैलाओ" प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं ने रचनात्मकता के साथ नशा विरोधी संदेश दिए।
जन प्रतिनिधि, युवा, महिला समूह, स्कूल छात्र, शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, औद्योगिक श्रमिको, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने अभियान में सक्रिय सहभागिता दी।
"नशे से दूरी है जरूरी" अभियान से संबंधित पोस्ट, वीडियो और जागरूकता संदेशों ने करोड़ों लोगों तक डिजिटल रूप से पहुंच बनाई। प्रसिद्ध कलाकारों और खिलाडि़यों के आदर्श चेहरों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया। जिनमें सर्वश्री एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, गोविंद नामदेव, अनुपम खेर, आशुतोष राणा, कैलाश खेर श्रीमती दिव्यांका त्रिपाठी, प्रो. हिमांशु राय, श्री विवेक सागर, सुश्री रीना गुर्जर शामिल हैं। इनके द्वारा दिए गए संदेशों तथा सवाईवर की स्टोरिज, शार्ट फिल्में, पॉडकास्ट ने विशेष आकर्षण पैदा किया।
अभियान में स्वयंसेवी संगठनों एवं सामाजिक संस्थाओं NGOs, NCC, NSS, NYK, स्काउट-गाइड, महिला मंडल और स्वयं सहायता समूहों ने अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर अभियान को गति दी।
इंदौर पुलिस ने नशामुक्ति व नशे के विरुद्ध जागरूकता की ई-शपथ एक साथ 85000 लोगों द्वारा लेने पर एक रिकार्ड बनाया है, जिसकी पुष्टि के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन की सुश्री अपूर्वा मेनन भी वहां उपस्थित रही, जिन्होंने बताया कि, उक्त वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन उपरांत जल्द ही, इंदौर पुलिस को प्रदान किया जाएगा।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका:
अभियान में पुलिस अधीक्षक के अतिरिक्त कई जिलों के कलेक्टर, जनपद सीईओ, सीएमएचओ, शिक्षा अधिकारियों और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों की भी सहयोगात्मक भूमिका रही। कई विधायकों, नगर निगम और पंचायत प्रतिनिधियों ने विभिन्न कार्यक्रमों में स्वयं उपस्थित होकर अभियान को समर्थन दिया।
नशे के विरुद्ध सामाजिक संकल्प की मिसाल
यह अभियान न केवल एक सरकारी पहल रही, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग की सहभागिता से एक सामूहिक सामाजिक संकल्प बनकर सामने आया। लोगों ने व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर नशे से दूर रहने का संकल्प लिया।
विशिष्ट सहभागिता के लिए इन्हे मिला प्रशस्ति पत्र
इस संपूर्ण अभियान में विशिष्ट सहभागिता के लिए आरजे अनादी, रेड एफएम से मेनेजर श्री सचिन गंगराडे, आर जे अर्श, बिग एफएम से मेनेजर श्री असलम, आरजे पीहू एवं नैनी, माय एफएम से मेनेजर श्री दीपेन्द्र सक्सेना, आरजे वेद, रेडियो मिर्ची से श्री अंकेश मोहता, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम नगरीय पुलिस इंदौर श्री राजेश दंडोतिया, उप पुलिस अधीक्षक हॉकफोर्स बालाघाट श्री संतोष पटेल, सर्कल मार्कोम इंदौर श्री अश्वथ रामचंद्रन एवं टीम, कंसल्टेंट जनसंपर्क विभाग श्री मनीष कुमार त्रिपाठी, शोभा प्रोडक्शंस भोपाल श्री नरेन्द्र साहू, आर्क स्टोरीज सुश्री प्राची त्रिवेदी एवं टीम, उप पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स श्रीमती प्रीति तिवारी, निरीक्षक नारकोटिक्स श्रीमती राधा जामोद, का.वा. उ.नि. (अ) नारकोटिक्स पु.मु. भोपाल श्री कार्तिक गाडे, आरक्षक नारकोटिक्स श्री अभिषेक द्विवेदी एवं श्री शिवशंकर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।