भोपाल l दिसंबर माह में प्रदेश की भाजपा सरकार डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में अपना सफलतम एक वर्ष पूरा करने जा रही है । इस एक साल को बेमिसाल बनाने में जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव स्वयं जी - जान से जुटे हैं वहीं उनकी सरकार में महत्वपूर्ण विभाग पीएचई की कैबिनेट मंत्री संपत्तियां उइके भी कहां पीछे रहने वाली हैं । विभागों की जन समस्याओं के निराकरण की जो सरकारी रिपोर्ट आई है उसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ज्यादातर कद्दावर मंत्रियों के विभाग डी श्रेणी में शामिल हैं इसका मतलब है कि उनकी परफॉर्मेंस कमजोर है। लेकिन पीएचई मंत्री संपत्तियां उइके की परफॉर्मेंस ने प्रभावित किया है । उनका विभाग "ए" श्रेणी में शामिल है इसका सीधा सा अर्थ है कि पीएचई मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके जन अपेक्षाओं पर खरी उतरी हैं। जन समस्याओं के समाधान और योजनाओं की निगरानी के लिए सरकार का लोक सेवा प्रबंधन विभाग कड़ाई से निगरानी कर रहा है। कामकाज के आधार पर ही इन विभागों को ए,बी,सी,डी चार श्रेणियां में बांटा गया है। मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके ना सिर्फ अपने विधानसभा क्षेत्र में बल्कि प्रभार के जिलों में भी लगातार सक्रिय हैं। जब भोपाल में वह बंगलें पर होती हैं तो उनसे मिलने आने वाले एक-एक व्यक्ति से मुलाकात करती हैं ,उनकी समस्याएं सुनती हैं और यथा संभव निराकरण भी करती हैं । वहीं पीएचई विभाग की गतिविधियों की भी लगातार निगरानी करती हैं । समय-समय पर विभागीय समीक्षा बैठकों में स्पष्ट और कडे़ निर्देश भी देती हैं । पहली बार प्रदेश सरकार में मंत्री बनी संपत्तिया उइके की सक्रियता का ही परिणाम है कि उनका विभाग आज "ए" श्रेणी में शामिल है इसलिए वह परफॉर्मेंस में नंबर वन है ।