वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री रामनिवास रावत ने किया ध्वजारोहण

दमोह l जिले में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह उत्साह पूर्वक मनाया गया। जिला मुख्यालय के तहसील ग्राउण्ड पर आयोजित जिला स्तरीय मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री तथा प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री रामनिवास रावत ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने हर्षोल्लास के प्रतीक गुब्बारे छोड़े।
प्रभारी मंत्री श्री रावत ने खुली सफेद जीप में कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर एवं पुलिस अधीक्षक श्री श्रुतकीर्ति सोमवंशी और परेड कमाण्डर रक्षित निरीक्षक श्री हेमंत बरहैया के साथ परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर सशस्त्र बलों की टुकड़ियों ने तीन चक्रों में हर्ष फायर किये और राष्ट्रपति का जयघोष किया। प्रभारी मंत्री श्री रावत ने परेड उपरांत बल कमाण्डरों से परिचय प्राप्त किया।
समारोह में परेड कमांडर हेमंत बरहैया एवं द्वितीय परेड कमांडर अभिनव साहू के नेतृत्व में सशस्त्र और निशस्त्र दलों की टुकड़ियों ने कदमताल करते हुये मार्च पास्ट किया। इसमें विशेष पुलिस बल, सशस्त्र पुलिस बल, पुलिस बल महिला, जिला पुलिस बल, होमगार्ड बल, आपदा प्रबंधन दल, एनसीसी सीनियर, एनसीसी जूनियर, स्काऊट दल, गाईड दल, शौर्यदल की टुकड़ियों ने भाग लिया। साथ ही विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने मार्च पास्ट में सहभागिता की।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री रावत ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का प्रदेश की जनता के नाम संदेश का वाचन किया। मुख्यमंत्री जी ने अपने संदेश में कहा भारत के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएँ। आज का पावन दिन भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीरों, राष्ट्रभक्तों और स्वतंत्रता सेनानियों के पुण्य-स्मरण का अवसर है। प्रशासन जनोन्मुखी हो, नागरिक विकास और सामाजिक सद्भाव में भागीदार बनें, गराबों के कल्याण की योजनाएँ अंतिम पंक्ति में अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे, ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। पिछला एक दशक भारत के गौरव को बढ़ाने वाला गौरवशाली युग रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में तेजी से वैभवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। भारत की अर्थव्यवस्था में मध्यप्रदेश की 4 प्रतिशत सहभगिता को अगले पाँच वर्ष में 5 प्रतिशत तक ले जाने के लिए मध्यप्रदेश संकल्पित होकर कार्य कर रहा है। मध्यप्रदेश के नागरिक सदैव विकास की ललक और राष्ट्र के लिए प्रेम का परिचय देते रहे हैं।
युवा शक्ति मिशन के अंतर्गत शिक्षा, कौशल विकास, रोज़ गार, उद्यमिता, नेतृत्व विकास, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास की कार्ययोजना तैयार कर मिशन मोड में कार्य किया जाएगा। गरीब कल्याण मिशन, स्व-रोज़गार योजनाएँ, सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा आदि की दिशा में कार्य करेगा। नारी सशक्तिकरण मिशन के तहत बालिका शिक्षा, लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, लखपति दीदी योजना, महिला स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण आदि कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किए जाएंगे। किसान कल्याण मिशन के अंतर्गत सरकार कृषि एवं उद्यानिकी को लाभ का व्यवसाय बनाने की दिशा में कार्य करेगी। किसानों को राहत एवं कृषि की पैदावार बढ़ाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे।
हमारे युवाओं को सिर्फ पारंपरिक शिक्षा तक सीमित नहीं रहना है, बल्कि ए.आई., मशीन लर्निंग और कोडिंग जैसी उभरती तकनीकों की भी शिक्षा प्राप्त करनी है। इसके लिए हमने 485 करोड़ रूपये का निवेश किया है। प्रदेश के 55 जिलों के महाविद्यालयों को एक-एक पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में परिवर्तित किया है। इन कॉलेजों में संस्कृत, बायोटेक्नोलॉजी और कम्प्यूटर साइंस जैसे नए विषयों को जोड़ा गया है। साथ ही, हमने 35 नए व्यावसायिक विषयों को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया है, ताकि हमारे युवा न केवल शिक्षा प्राप्त करें, बल्कि रोज़गार के लिए भी पूरे तरह से तैयार हो सकें।
गरीब कल्याण मिशन के माध्यम से प्रदेश ने गरीब और कमजोर वर्गों के युवाओं के जीवन में एक नया अध्याय लिखने का संकल्प लिया है। यह मिशन एक व्यापक अभियान है, जो हमारे समाज के सबसे वंचित तबके को सशक्त और समर्थ बनाने के लिए समर्पित है।