चमत्कार को नमस्कार : अभिनेता सनीदेओल के डायलॉग ने दिया दिव्यांग को नया जीवन

जापान के टोक्यो फिल्म सेंटर कॉलेज ऑफ आर्ट्स में हुए जून के ‘अपना अड्डा’ कार्यक्रम में उस वक्त चमत्कार हो गया जब जब एक दिव्यांग बच्चे मनिंदर सिंह उप्पल ने सनी देओल की हिट फिल्मों के डायलाग बोलने शुरू कर दिए। समय से पहले ही जन्म ले लेने वाले इस विशिष्ट बच्चे के आजन्म बिस्तर पर ही रहने की आशंका तमाम जताई गई थी , लेकिन सनी देओल की फिल्मों के सहारे वह अब ना सिर्फ 12वीं कक्षा की परीक्षा पास कर अब वह कंप्यूटर ऑपरेटर का कोर्स भी कर रहा है। मनिंदर के साथ उनकी मां गगनदीप उप्पल भी कार्यक्रम में थी। गगनदीप बताती हैं, “समय से पहले जन्मे मेरे बच्चे को अस्पताल की लापरवाही की वजह से सही से ऑक्सीजन नहीं मिली और उसके शरीर के दाहिनी हिस्से का मस्तिष्क के साथ समन्वय बिगड़ गया। तीन साल का था मनिंदर जब उसके पिता को नौकरी करने जापान आना पड़ा। हम सब भारत में ही थे। एक दिन वह लेटे लेटे टीवी देख रहा था और उसे सनी देओल दिख गए। मनिंदर ने सनी देओल के सारे संवाद बोलने शुरू कर दिए। इससे उसके दिमाग को ताकत मिलने लगी । याददाश्त सुधरी तो इसका फायदा उसे पढ़ाई में मिलने लगा। सनी की नकल करने से मनिंदर की शारीरिक क्षमता सुधरने लगी। ये किसी चमत्कार से कम नहीं था। जिस बच्चे को लोगों ने हमेशा के लिए बिस्तर के हवाले होने की बात कही थी, वह सनी देओल की फिल्में देखकर न सिर्फ अच्छे से चलने फिरने लगा बल्कि नाचने भी लगा।”
ये सब बताते हुए मनिंदर की मां गगनदीप की आंखों में आंसू आ जाते हैं। उनका कहना हैं, “सनी देओल की फिल्मों ने ही हमारे बेटे को नया जीवन दिया है। ईश्वर के बाद हम सनी देओल के भी इस चमत्कार के लिए एहसानमंद हैं। हमारी बस यही आस है कि हम एक दिन सनी देओल से मनिंदर को मिलवा पाएं।