राजनैतिक गगन के चमकते ध्रुव तारा हैं शिवकुमार चौबे
(सामान्य वर्ग कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष शिव कुमार चौबे के जन्मदिवस पर विशेष) भोपाल/ नर्मदापुरम l चेहरे पर गंभीरता के भाव, मंद-मंद मुस्कान उनकी पहचान है। कब बोलना है, कितना बोलना है, यह उनकी विशेषता है, उनके शब्द सदा ही संतुलित रहते हैं। विनम्रता जहाँ उनके संस्कार में हैं वहीं वाणी में प्रभावशीलता, ओजस्वी वक्ता के रूप में वे अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। और उनकी मौजूदगी कार्यकर्ता को यह विश्वास दिलाती है कि कोई है, जो सुख-दुख में उनके साथ खड़ा है। शिव कुमार चौबे का जन-जन से सीधा, गहरा और आत्मीय रिश्ता है। सक्रियता और गतिशीलता उनकी पहचान है। आमजन से जुड़े सामाजिक सरोकारों के लिए वे सदैव समर्पित रहते हैं l किसी भी व्यक्ति की शख्सियत का आकलन उसके कद, कदम और कमान से होता है l कई निगम मंडलों के अध्यक्ष रहे शिव कुमार चौबे की जब भी, जहां भी चर्चा होती है। इन तीनों मापदंडों के आधार पर ही होती है। जो लोग श्री चौबे को जानते हैं उन्हें मालूम है। कि हरदम उनके कद में इजाफा हुआ है और कदम उन राहों की ओर मुड़े हैं। जो सदा विश्वास तथा विकास की मंजिल की ओर जाते हैं। जहां तक कमान का सवाल है तो उसकी अनेक मिसालों से उनका सामाजिक और राजनैतिक जीवन भरा पड़ा है। शिव कुमार चौबे सहज-सरल और सौम्य स्वभाव के धनी है। हों भी क्यों ना, आखिर यही तो लक्षण है 'शिव' होने के। उनका 'शिवत्व' आमजन की समस्या दूर करने में कारगर साबित होते रहा है। राष्ट्रवाद के विराट हस्ताक्षर ,भाषण कला के मर्मज्ञ, प्रखरवाणी, समाज के हर पहलू पर नजर, सत्ता और संगठन में अपनी बात बेबाक तरीके से रखने वाले शिवकुमार चौबे राजनैतिक गगन के ऐसे ध्रुव तारा हैं जो अपने उजास से सदैव दूसरों को आलोकित करते रहते हैं l उनका हमेशा से यही मानना रहा है कि जब तक निचले तबके के लोग उन्नति नहीं करेंगे तब तक प्रदेश पूर्ण रूप से समृद्ध नहीं होगा। उनके व्यक्तित्व में जहां एक ओर कर्म की निरंतरता है, तो वहीं दूसरी ओर कर्तव्य की भव्यता भी है। यही वजह है कि भाजपा के इस स्तंभ को असाधारण होते हुए भी हर वर्ग में साधारण व्यक्ति की तरह देखा जाता है। छोटों और बड़ों का सम्मान करना उनका गुण है और कार्यकर्ता के आत्मसम्मान के लिए लड़ जाना उनका दिव्य गुण। राजनैतिक जीवन में उन्होने कभी अपने सिदधांतो से समझौते नहीं किए। जो मिला अपनी योग्यता और प्रखरता से। न कभी झुके, न समझौते किए। "वसुदैव कुटुम्बकम्" के वेद मंत्रों पर चलने वाले शिव कुमार चौबे को जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आप शतायु हों।