संघर्ष का दूसरा नाम है श्रीमती संपत्तिया उईके
भोपाल l चेहरे पर गंभीरता के भाव, मंद मंद मुस्कान उनकी पहचान है कब बोलना है ,कितना बोलना है यह उनकी विशेषता है l उनके शब्द सदा ही संतुलित रहते हैं ,विनम्रता जहां उनके संस्कार में है वही वाणी में प्रभावशीलता l ओजस्वी वक्ता के रूप में भी वे अपनी एक अलग पहचान रखती हैं l उनकी मौजूदगी कार्यकर्ता को यह विश्वास दिलाती है कि कोई है ,जो सुख-दुख में उनके साथ खड़ा है l मध्यप्रदेश सरकार में लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके का जन-जन से सीधा और आत्मीय रिश्ता है l सक्रियता और गतिशीलता उनकी पहचान है l आमजन से जुड़े सामाजिक सरोकारों के लिए वे सदैव समर्पित रहती हैं l समाज के हर पहलू पर नजर, सत्ता और संगठन में अपनी बात बेबाक तरीके से रखने वाली साफ सुथरी छवि वाली श्रीमती उईके सदैव अपने व्यक्तित्व की चमक से दूसरों को आलोकित करती हैं छोटो और बड़ों का सम्मान करना उनका गुण है और कार्यकर्ता कि आत्मसम्मान के लिए लड़ जाना उनका दिव्य गुण है l राजनैतिक जीवन में उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया ,उन्हें जो मिला उनकी योग्यता और प्रखरता से मिला l "वसुदेव कुटुंबकम" के वेद मंत्रों पर चलने वाली लोक स्वास्थ यांत्रिकी मंत्री की श्रीमती संपत्तिया उईके का आज जन्म दिवस है l यदि हम कहें कि संघर्ष का दूसरा नाम है श्रीमती संपत्तिया उईके हैं तो शायद अतिशयोक्ति भी नहीं होगी l लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके ने गरीबी को बहुत पास से महसूस किया है l एक समय वे परिवार के भरण पोषण के लिए मजदूरी किया करती थी l मजदूरी करने के साथ-साथ वह ग्राम पंचायत टिकरिया से सरपंच का चुनाव जीती, इसके बाद जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और चुनाव जीत कर वे जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई l तीन बार वे जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं उसके बाद पार्टी ने उनकी कार्यशैली और कर्मठता को देखते हुए उन्हें राज्यसभा में सांसद बनाया l पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को पराजित कर जीत दर्ज की l उन्हें मध्यप्रदेश की मोहन सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया l मंत्री बनने के बाद से भी वे पहले की तरह निरंतर आमजन के बीच सक्रिय है l अभी ही हाल ही में अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में उनके नेतृत्व में मिली जीत को कौन भूला सकता है l अमरवाड़ा उपचुनाव की घोषणा होने के साथ ही भाजपा ने मध्य प्रदेश सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके को प्रभारी बनाकर अमरवाड़ा उपचुनाव की कमान सौंपी थी भाजपा यह बात भली - भांति जानती थी कि अमरवाड़ा उपचुनाव जीतना आसान काम नहीं है l अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की प्रकृति से भी सत्ता और संगठन दोनों ही भली-भांति परिचित थे l यही वजह थी कि उन्होंने आदिवासी वर्ग की कद्दावार नेत्री मंत्री संपत्तिया उईके को अमरवाड़ा की कमान सौंपी, अमरवाड़ा जाते ही श्रीमती उईके ने रणनीति बनाई दिन में कार्यकर्ताओं के साथ डोर टू डोर संपर्क करती थी और रात्रि में अगले दिन की रणनीति तैयार होती थी l उन्होंने बहुत सारी छोटी - छोटी टीम बनाई जो अलग-अलग गांव में प्रचार करने के लिए जाती थी l उन्होंने दिन-रात संघर्ष किया सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह रही है कि वह पूरे 23 दिन अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में प्रवास पर रही l इस दौरान वह अपने बच्चों से मिलने घर भी नहीं गई, विधानसभा के सत्र में एक दिन के लिए भी नहीं आई, किसी भी कैबिनेट में वह शामिल नहीं हुई इतना ही नहीं वह भाजपा की भोपाल में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति में भी नहीं आई l वे इस बात से भली भांति परिचित थी कि अमरवाड़ा उपचुनाव इतना आसान नहीं था यही वजह रही कि भाजपा ने अमरवाड़ा उपचुनाव में जीत दर्ज की l मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हो या प्रदेश संगठन के नेता सभी इस बात को खुले मन से स्वीकार करते हैं कि अमरवाड़ा उपचुनाव की जीत में लोक स्वाथ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपत्तिया उईके की बड़ी भूमिका रही है l वहीं भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते कमलेश शाह भी यह कहने से गुरेज नहीं करते कि संपत्तिया जी की मेहनत अमरवाड़ा उपचुनाव में रंग लाई है l मंत्री श्रीमति उईके जलजीवन मिशन के कार्यों एवं नलजल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर हर घर में नल से पानी पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। जल जीवन मिशन से स्वीकृत योजनाओं का कार्य पूरा होने के बाद पेयजल का संकट पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। साथ ही जल जनित बीमारियों पर भी पूरी तरह से नियंत्रण हो जाएगा। हर घर में नल से जल पहुंचाने के लिए प्रशासनिक अधिकारीयों और इंजीनियरो को पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने के निर्देश मंत्री श्रीमति उईके द्वारा दिए जा रहे हैं l