क्या फंडिग से लोकसभा चुनाव प्रभावित करने की कोशिश हुई..?

नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'चुनाव के लिए भारत को पैसे देना। वे दुनिया में सबसे ज़्यादा टैरिफ वाले देशों में से एक हैं। उनके पास 200 प्रतिशत टैरिफ है और फिर हम उन्हें चुनाव के लिए बहुत सारा पैसा देते हैं।'एलन मस्क की अगुवाई वाली DOGE ने भारत को दिए जाने वाले 21 मिलियन डॉलर के USAID फंड को रद्द कर दिया था, जिसके बाद से यह मुद्दा चर्चा में है।ट्रंप ने पहले संकेत दिया था कि इस फंड का इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनावों में हस्तक्षेप करने के लिए किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया।हमें भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन अमरीकी डॉलर क्यों खर्च करने की आवश्यकता है? मुझे लगता है कि वे (बिडेन प्रशासन) किसी और को निर्वाचित करने की कोशिश कर रहे थे। हमें भारत सरकार को बताना होगा, यह पूरी तरह से एक बड़ी सफलता है।'उन्होंने इस अनुदान को 'किकबैक स्कीम' कहा। ट्रंप ने जोर देकर कहा, 'भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर। हम भारत में मतदान की परवाह क्यों कर रहे हैं? भारत के अंदर ट्रंप के इस तरह के बयानों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज है l देश की जनता जानना चाहती हैं कि इस फंड का उपयोग कहां हुआ ..? अब देखना यह है कि क्या मोदी सरकार जांच कराएगी ..?