नर्मदापुरम l पूज्य गुरुदेव आचार्य सोमेश परसाई के सान्निध्य में आयोजित श्री सवाकरोड़ शिवलिंग निर्माण के पंचम दिवस पर पूज्य आचार्य सोमेश परसाई ने शिव भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भक्ति वह है जो भक्त को सरल सहज बनाये । भगवान के पार्षद जय और विजय की कथा का विस्तार करते हुए आचार्य श्री ने कहा कि भगवान के भक्त यदि अभिमानी हो जाये तो भगवान स्वयं उनका अभिमान समाप्त करते हैं।आचार्य श्री ने इसके बाद कहा कि भक्ति भक्त भगवान और गुरु को एक ही रूप मानना चाहिए इनमें कोई भेद नही है। इसके पश्चात पूज्य गुरुदेव ने राम चरित्र मानस की चौपाई की व्याख्या करते हुए कहा कि जिसके मन मे प्राणी मात्र के लिए प्रेम नही उसके लिए भगवत्प्राप्ति संभव नही । भगवान को केवल प्रेम से प्राप्त किया जा सकता है।
गुरुदेव ने शिव भक्तो को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान् को भेद दृष्टि से न देखे शिव राम कृष्ण सब एक ही है राम सबसे बड़े शैव हैं और राम जी से बड़ा कोई वैष्णव नहीं।


इसके पश्चात गुरुदेव ने कहा कि श्रीमद्भागवत के दशम स्कंध में भगवान कृष्ण की कथा आती है भगवान कृष्ण की कथा से पूर्व भगवान राम की कथा सुनाते है क्योंकि भगवान कृष्ण को समझने के लिए पहले भगवान राम के आदर्श को समझना पड़ेगा भगवान राम की मर्यादा में उतरना पड़ेगा तब भगवान कृष्ण की लीलाएं हृदय में शुद्धता के साथ प्रवेश करेंगी अन्यथा नही ।क्योंकि भगवान कृष्ण एक ओर तो महारास रचाते है वही दूसरी ओर विराट स्वरूप में उस गीता का उपदेश देते हैं जिसकी व्याख्या विश्व की सबसे ज्यादा भाषाओं में की गई है ।गुरुदेव ने इसके बाद कहा कि राम बोलना सरल है कृष्ण बोलना कठिन।राम लिखना सरल है, कृष्ण लिखना कठिन वैसे ही भगवान राम को समझना सरल है और भगवान कृष्ण को समझना कठिन । ब्रह्मा इन्द्रादि देवता भी भगवान कृष्ण को नही समझ पाए तो हम तो मानव है । आचार्य श्री ने बताया कि भगवान शिव को अभिषेक , भगवान विष्णु को कीर्तन, देवी को अर्चन सूर्य को अर्घ्य और गणेश जी को तर्पण अत्यंत प्रिय है। जिस किसी के यहां संतान नही है यदि वो एक वर्ष भगवान गणेश को बिना जड़ की 21 दूर्वा अर्पण करता है तो निश्चित ही उसके यहां संतान होती है। धन प्राप्ति के लिए भगवान गणेश पंचामृत से तर्पण करने का भी प्रयोग आचार्य श्री ने शिव भक्तों को बताया । इसके पश्चात भगवान शिव का दूध, दही सहित नाना प्रकार के फलों के रस आदि से अभिषेक हुआ ।भगवान की दिव्य भस्म आरती व महाआरती हुई। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा एवम परिवहन मंत्री राव उदयप्रताप सिंह , श्रीमति मंजू राव, प्रसिद्ध क्रिकेटर ईश्वर पांडे, सविता दीवान शर्मा, नीतू यादव, श्रीमती शिखा दुबे, पूर्व एडिशनल चीफ सेकेट्री , सृष्टि डेहरिया , मनोहर सिंह राजपूत , कुशल डेहरिया , अनिल पाटीदार जिला प्रचारक आरएसएस, आदित्य नारोलिया, दीपिका नारोलिया, लक्षमण सिंह बैस, आरती बैस, डॉ. आर के श्रीवास्तव, मृदुल जिला संयोजक, अर्पित दुबे , मुन्ना ग्वाला , वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत सिंह रघुवंशी, वरिष्ठ अधिवक्ता ललित थापक , राहुल सिंह सोलंकी , संध्या थापक , अनुराग मिश्रा, डी एस दांगी जी , एल एल दुबे , दिनेश शर्मा , गोविंद राय , मुकेश अग्निहोत्री, शैलेन्द्र कौरव , आज़ाद सिरवैया, नितिन तिवारी, वीरेंद्र तिलोटिया, दीपू पुरोहित आदि गणमान्यजन के साथ भारी संख्या में शिवभक्त सम्मिलित हुए ।