भोपाल। भोपाल की 7वीं वाहिनी (विशेष सशस्त्र बल) के 76वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 1 से 4 अप्रैल 2025 तक वाहिनी में खेलकूद, मोटिवेशन सेमिनार, स्वास्थ्य जागरूकता शिविर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इसी अनुक्रम में कार्यक्रम के अंतिम दिन 4 अप्रैल 2025 को डीजीपी श्री कैलाश मकवाणा ने बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होकर चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आयोजित गतिविधियों के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर सभी पुलिसकर्मियों के लिए “बड़ा खाना” का आयोजन किया गया। 
          कार्यक्रम में उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों और उनके परिवारजन का मनोबल बढ़ाते हुए डीजीपी श्री मकवाणा ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी एक परिवार की तरह हैं। “बड़ा खाना” की यह परंपरा हमें इस बात की याद दिलाती है कि कोई भी पुलिसकर्मी पद में बड़ा हो या छोटा, लेकिन उसका कार्य समान रूप से महत्वपूर्ण होता है। कर्तव्य के सामने प्रत्येक पुलिसकर्मी की निष्ठा समान होती है। कार्यक्रम के अंत में 7वीं वाहिनी के कमांडेट श्री हितेश चौधरी ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों और आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। 
           इस अवसर पर एडीजी श्री चंचल शेखर, एडीजी श्री अनिल कुमार, आईजी श्री अभय सिंह, आईजी श्री इरशाद वलि, डीआईजी श्री मोहम्‍मद युसुफ कुरैशी, डीआईजी श्री डी कल्याण चक्रवर्ती, कमांडेट श्री कुमार प्रतिक,प्रशिक्षु आईपीएस मनस्वी शर्मा सहित अन्‍य अ‍धिकारी उपस्थित रहे।
डीजीपी श्री मकवाणा ने इन्‍हें किया सम्मानित-
डीजीपी श्री मकवाणा ने वर्ष 2024-25 में आईआईटी में चयन होने पर लवकेश गुर्जर पिता निरीक्षक रूस्‍तम सिंह गुर्जर, अंतर्राष्‍ट्रीय खिलाड़ी (मुक्‍केबाज) कुमारी माही लामा पिता श्री अमरनाथ लामा तथा क्‍लैट 2025 में ऑल इंडिया ईडब्‍ल्‍यूएस में 88वीं रेंक प्राप्‍त कुमारी दिव्‍यानी परमार पिता आरक्षक (आर्म्‍स) श्री गणेश परमार को पुरस्कृत किया। 
 
समय-समय पर आयोजित होती रहे ऐसी गतिविधियां  :- डीजीपी श्री मकवाणा-
डीजीपी श्री मकवाणा ने कहा कि सातवीं वाहिनी का इतिहास गौरवशाली रहा है। इसकी स्थापना वर्ष 1950 में "भोपाल आर्म्ड कांस्टेबुलरी" के रूप में हुई थी। 1956 में मध्य प्रदेश राज्य के गठन के बाद इसका वर्तमान स्वरूप अस्तित्व में आया।

सातवीं बटालियन का कर्तव्यपरायणता और व्यावसायिक दक्षता का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त, 26 जनवरी , बीटिंग द रिट्रीट, पुलिस स्मृति दिवस, पुलिस स्पोर्टस, कोई भी कार्यक्रम हो, हर कार्य की जिम्मेदारी सातवीं वाहिनी पर होती है। यह 7वीं वाहिनी की व्यावसायिक दक्षता का सबूत है कि हर आयोजन निर्विघ्न संपन्न होता है। उन्होंने कहा कि खेलकूद, मोटिवेशनल सेमिनार, स्वास्थ्य शिविर और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे आयोजन पुलिसकर्मियों की क्षमता और दक्षता का विकास करते हैं और उन्हें अधिक सक्षम बनाते हैं। यह आयोजन सुनिश्चित करता है कि टीम में से कोई भी स्वयं को छूटा हुआ महसूस न करे। इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए। डीजीपी  ने कार्यक्रम में दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा, "अभी जो सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पुलिस परिवार के सदस्यों द्वारा दी गईं, उनमें एक पेशेवर कलाकारों जैसी उत्कृष्टता झलक रही थी। चाहे वह ग़ज़ल हो, कविता हो या ग्रुप डांस—हर प्रस्तुति उच्च स्तरीय थी। यह दर्शाता है कि इनके पीछे माता-पिता और प्रशिक्षकों का विशेष योगदान है।"
 
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन-
पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारों की व्यावसायिक दक्षता के बढ़ाने, स्वास्थ्य के प्रति उन्हें जागरूक करने और मनोरंजन के उद्देश्य से आयोजित किए गए इस चार दिवसीय आयोजन में 7वीं वाहिनी के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर सहभागिता की। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूजा बेलवंशी, सूरजमल राजौरिया, मुकेश कुमार तथा लावण्‍या तिवारी ने संगीत गायन, दिव्‍या विरह, मेनका मल्‍ला, वंदना मल्‍ला व कनक वयम ने ग्रुप क्‍लासिकल बॉलीवुड मिक्सअप डांस, सोहिनी पचौरी ने कत्‍थक तरान, सृष्टि शर्मा ने उत्तराखंडी फॉग की संस्कृति को दर्शाते नृत्य, अनिरूद्ध गौसर ने ऑर्केस्ट्रा की प्रस्तुति दी, अमायरा एवं कैली मोन्‍टरो, सारगी गौतम, माही वस्‍नैथ, गारगी गौतम ने बॉलीवुड डांस की आकर्षक प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया। 
  
“बड़ा खाना” में दिखा उपस्थितजन का उत्साह-
कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी पुलिसकर्मियों के लिए पुलिस विभाग द्वारा लाल परेड मैदान स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में परंपरागत ”बड़ा खाना” आयोजित किया गया। इस आयोजन में वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों और उनके परिवारजन के साथ मिलकर खाना खाया। उल्लेखनीय है कि पुलिस विभाग में वर्षों से बड़े खाने की परंपरा चली आ रही है। परंपरा के तहत पुलिस विभाग के प्रत्येक छोटे-बड़े अफसर साथ बैठकर खाना खाते हैं। 
 
खेलकूद में इन्होंने की जीत हासिल-
7वीं वाहिनी (विशेष सशस्त्र बल) की स्थापना के 76 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के अंतिम दिन पुरस्कार वितरित किए गए। इनमें कबड्‌डी प्रतियोगिता में मुख्‍य समवाय की टीम विजेता और डी समवाय की टीम उपविजेता रही। वॉलीबॉल प्रतियोगिता में सी समवाय की टीम विजेता और बी समवाय की टीम उपविजेता रही। फुटबॉल प्रतियोगिता में मुख्‍य समवाय की टीम विजेता और सी समवाय की टीम उपविजेता रही। इसी प्रकार रस्साकसी प्रतियोगिता में टीम ई समवाय विजेता और टीम मुख्य समवाय उपविजेता रही। इसी प्रकार शारिरिक दक्षता प्रतियोगिता के अंतर्गत 5 किलोमीटर रनिंग में आरक्षक राकेश मेहरा, 5 किलोमीटर पैदल चाल में प्र.आरक्षक रामजी तिवारी, पुशअप (1 मिनट) में आरक्षक निशांत वर्मा तथा चिन अप (1 मिनट) में आरक्षक करण विजयी रहे।
   
स्वच्छता और अन्य गतिविधियों में बेहतर कार्य के लिए ये हुए सम्मानित-
स्वच्छता के लिए प्रदान किए गए पुरस्कारों में सबसे स्वच्छ आवासीय परिसर के लिए ‘महालक्ष्‍मी परिसर आवासीय परिसर’ को चुना गया, यह पुरस्कार परिसर के प्रभारी अधिकारी श्री पुष्‍पेन्‍द्र सिंह भदौरिया ने ग्रहण किया। वहीं सर्वाधिक स्वच्छ निवास के लिए आरक्षक चितरंजन को पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार परेड के लिए बेस्‍ट प्‍लाटून कमांडर उ.नि. श्री अब्‍दुल वाजिद खान, का.वा. उनि. श्री रमेश उईके व प्र आरक्षक श्री नरेश मरावी को, बेस्‍ट ड्रिल के लिए आरक्षक श्री सुनील बारवे, श्री छोटू लोधी व श्री गोविंद चंद्रवंशी, टर्नआउट के लिए आरक्षक श्री दीपक कुमार गुप्‍ता, श्री सुनील राणा व श्री गणेश सिंह परमार, बेस्ट फायरिंग के लिए सउनि श्री चंदगी राम ई समवाय और कम्‍प्‍यूटर दक्षता प्रतियोगिता के लिए आरक्षक ई समवाय श्री संजय वर्मा को सम्मानित किया गया। इनके साथ ही पूरे वर्ष उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया गया।