श्री अन्न मेले का हुआ आयोजन,कोदों कुटकी और मक्का के व्यंजनों को मिली सराहना

उमरिया l रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से पैदा होने वाले अनाजों के उपयोग से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाने में श्री अन्न कारगर उपाय - विधायक मानपुर लागत कम और उत्पादन और फायदा ज्यादा -कलेक्टर फोटो 1 2 उमरिया 15 दिसंबर । आधुनिक समय में लोगों के खान पान में पारम्परिक अनाज जिन्हें हम मोटे अनाज या श्री अन्न के नाम से जानते हैं विलुप्त हो रहे हैं, जबकि आज के समय में उगाए जाने वाले अनाजों से कहीं ज्यादा पोषक तत्व और बीमारियों से बचने की क्षमता श्री अन्न में मौजूद होती है। बिगड़ते पर्यावरण और खान पान में रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से पैदा होने वाले अनाजों के उपयोग से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाने में श्री अन्न कारगर उपाय है,वर्तमान में केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव श्री अन्न के उत्पादन को बढ़ावा देने किसानों को कई तरह के प्रोत्साहन और योजनाओं का लाभ प्रदान कर रहे हैं । सभी किसान ज्यादा से ज्यादा श्री अन्न का उत्पादन करें और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में सहयोग प्रदान करें। उक्त आशय के विचार विधायक मानपुर सुश्री मीना सिंह ने ताला बांन्धवगढ़ में 14 दिसंबर को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मोटे अनाज के व्यंजनों के स्टाल के अलावा उनकी पारंपरिक उपयोगिता,अनाज में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी देते हुए व्यक्त किये। श्री अन्न मेले को संबोधित करते हुए कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि श्री अन्न के उत्पादन में किसानों को लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता और किसानों की कृषि भूमि भी रसायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव से बची रहती है इसलिए किसानों को अब मोटे अनाज का ज्यादा उत्पादन करना चाहिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह , उप संचालक कृषि एम एस मरावी, मौजीलाल चौधरी,छोटे सिंह, जनपद पंचायत मानपुर की अध्यक्ष ममता सिंह , मौजीलाल चौधरी, रामप्रसाद विश्वकर्मा,अजय शर्मा,जेपी यादव, सुरेश चौधरी , अमृतलाल चौधरी ,शुक्रदास बुनकर , माया सिंह ,जनपद सदस्य सभापति कृषि समिति मानपुर, ध्रुव सिंह , जनपद सदस्य, धूप सिंह जनपद सदस्य, घनश्याम चौधरी , कमलेश चौधरी , कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारीगण, एवं कबीर पंथ मेला में आये क्षेत्र के हजारों लोग व अन्य प्रांतों से आए बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक गण एवं मातृ-शक्तियों की उपस्थिति रही।