किसान एनपीके और एसएसपी खाद का उपयोग करें - उप संचालक
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रीवा l उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने जिले के किसानों से आगामी फसल की बोनी के लिये एनपीके तथा एसएसपी (सिंगल सुपर फास्फेट) खाद का उपयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद भण्डारित है। डीएपी खाद भी लगभग सभी समितियों में उपलब्ध है। डीएपी खाद की आपूर्ति नियमित रूप से प्राप्त हो रही है। डीएपी खाद उपलब्ध न होने पर उसके विकल्प के रूप में किसान एनपीके मिश्रण तथा सिंगल सुपर फास्फेट खाद का उपयोग करें। इन खादों के उपयोग से फसल उत्पादन में डीएपी के समान ही प्रभावकारी परिणाम मिलते हैं। जिले में सहकारी समितियों, विपणन संघ तथा निजी खाद विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में एनपीके तथा सिंगल सुपर फास्फेट उपलब्ध है।
उप संचालक ने बताया कि डीएपी खाद यानी डाई अमोनियम फास्फेट में फसल को मुख्य रूप से नाइट्रोजन तत्व की आपूर्ति होती है। साथ ही फास्फोरस की भी आपूर्ति होती है। जब किसान एनपीके तथा एसएसपी का उपयोग करता है तब फसल को नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटैशियम तीनों तत्व संतुलित मात्रा में प्राप्त हो जाते हैं। डीएपी की एक बोरी से 23 किलोग्राम फास्फोरस तथा 9 किलोग्राम नाइट्रोजन मिलता है। सिंगल सुपर फास्फेट एसएसपी की तीन बोरियों एवं यूरिया खाद की एक बोरी मिलाने पर इनकी कुल कीमत डीएपी की एक बोरी की कीमत से कम होती है। इस मिश्रण से 24 किलोग्राम फास्फोरस, 24 किलोग्राम नाइट्रोजन तथा 16.5 किलोग्राम सल्फर प्राप्त होता है। यह पौधों के लिये अधिक लाभकारी है। पोटैशियम तत्व के उपयोग से फसल के दानों में अच्छी चमक आती है। सल्फर तत्व सरसों की फसल के लिये लाभकारी है। सल्फर के उपयोग से सरसों में तेल की मात्रा में वृद्धि होती है। इसलिये किसान भाई डीएपी के स्थान पर यदि एसएसपी और यूरिया के मिश्रण का उपयोग करते हैं तो दोहरा लाभ होगा। उन्हें डीएपी की तुलना में कम पैसे खर्च करने होंगे। साथ ही फसल को लाभ अधिक मिलेगा।