दो दिवसीय कृषि विज्ञान मेला का हुआ समापन

विदिशा l किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा सिरोंज विकासखण्ड के ग्राम वीरपुर स्थित महामाई मंदिर परिसर में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला का आज गुरुवार को समापन हुआ। कृषि मेले में दोनो दिवस वृहद संख्या में पूरे जिले के कृषकों ने भाग लिया।
मेले के द्वितीय दिवस पर गुरुवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा धनराज सिंह दांगी सभापति, कृषि स्थायी समिति जिला विदिशा ने शासन की विभिन्न योजनाओं जैसे शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण , स्वाईल हेल्थ कार्ड , प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि के बारे में कृषकों को अवगत कराया तथा कृषकों से आव्हान किया कि वे कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों से सतत् संपर्क बनाये रखें, ताकि नवीन तकनीकी ज्ञान मिलता रहे। कृषकों से रासायनिक खेती के स्थान पर जैविक खेती करने के लिए भी आगृह किया गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से आये भोपाल संभाग के संयुक्त संचालक कृषि श्री बी.एल.बिलैया ने अपने उद्बोधन में मिलेट यानी कि ‘‘श्रीअन्न’’ खाद्यान्न जैसे कि रागी, ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी आदि के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं मानव जीवन में इनके महत्व के बारे में बताया। उन्होने बताया कि मिलेट अन्न के उपयोग से मानव जीवन को उत्तम पोषण प्राप्त होता है जिससे शरीर स्वस्थ तथा रोग मुक्त होता है जिससे अस्पताल एवं दवाईयों पर निर्भरता कम होती है और पैसों की बचत होती है। अतरू कृषक भाई मिलेट फसलों का भी उत्पादन करें। अंर्तराष्ट्रीय बाजार में इसकी अच्छी मांग है।
मिलेट से बनी आइस्क्रीम ने लोगो का दिल जीता - उक्त दो दिवसीय मेले में विभिन्न विभागों एवं कृषि आदान विक्रेताओं तथा मिलेट संबंधी कार्य करने वाली संस्थाओं के लगभग 28 प्रदर्शनी, स्टॉल लगाये गये थे जिनका जिले के समस्त विकासखण्डो से आये लगभग चार हजार कृषकों ने अवलोकन किया। एग्रीकल्चर बिजनेस डव्लपमेंट कॉपरेटिव सोसायटी (एबीडीसी) भोपाल के द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में मिलेट अर्थात श्रीअन्न अनाज से बनी आइस्क्रीम रखी गई थी जिसका कृषकों एवं जनप्रतिनिधियों ने लुफ्त उठाया।
कृषि वैज्ञानिकों तथा उन्नतशील कृषकों ने साझा किये अपने अनुभव - कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा से आये कृषि वैज्ञानिक डॉ. वी.के गर्ग, डॉ. सतीश शर्मा, डॉ. आराधना कुमारी , डॉ. सीमा चैहान ने कृषकों से चर्चा करते हुये कृषि के विभिन्न पहलू जैसे कीट व्याधि , सिंचाई प्रबंधन , उद्यानिकी नर्सरी मेनेजमेंट , बीजोपचार आदि विषयों पर कृषकों से चर्चा की साथ ही उन्नतशील कृषक श्री लखनलाल पाठक एवं श्री लक्ष्मण सिंह ने भी कृषकों से अपने अनुभव साझा किये तथा बताया कि दवा छिडकाव से पहले कौन - कौन सी दवा मिलाई जा सकती हैं। उसी अनुसार दवा मिलाकर छिडकाव करें अन्यथा की स्थिति में किसान भाईयों को बहुत नुकसान उठाना पडता है। उन्होंने कहा कि कृषक भाई कृषिगत फसलों के साथ -साथ औषधी फसलों की खेती भी करें। उपस्थित कृषकों द्वारा कृषि वैज्ञानिकों तथा उन्नतशील कृषकों से तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त किया एवं अपनी कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण किया।
25 कृषक हुये पुरूस्कृत- आज मेले के द्वितीय दिवस में कृषकों के लिए कृषि संबंधी प्रश्न्नोतरी कार्यक्रम भी किया गया जिसमें सही जबाव देने वाले 25 कृषको को उपहार दिये गये। पुरूस्कार पाने वाले कृषकों में ग्राम पाली के श्री लखनलाल पाठक, ग्राम गोपालपुर के श्री लक्ष्मण सिंह, ग्राम बाढ़ेर के श्री शिवेन्द्र सिंह एवं ग्राम मुरवास के श्री आशीष जैन आदि प्रमुख रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने इस सफल आयोजन की प्रंशसा की। उक्त मेले में कृषि विभाग के समस्त मैदानी अमले के साथ-साथ उप संचालक कृषि श्री के.एस.खपेडिया, सहायक संचालक कृषि श्री महेन्द्र कुमार ठाकुर, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री आर.के.शर्मा, श्री रितेश परमार, श्री वीरेन्द्र मालवीय, श्री ए.एस. कौरव, श्री ओ.पी. तिवारी, श्री आशीष आर्य, कृषि विकास अधिकारी श्री हरिहरसिंह राजपूत, बी.टी.एम. श्री दिनेश अहिरवार, ए.टी.एम. श्री अशोक रघुवंशी, श्री नरेन्द्र रघुवंशी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री रामलखन शर्मा ने किया एवं कार्यक्रम के अंत में समस्त अतिथियों, अधिकारियों, कृषकों एवं पत्रकार बंधुओं का आभार प्रदर्शन श्री महेन्द्र कुमार ठाकुर, सहायक संचालक कृषि द्वारा किया गया।