• सेशन में 1200 से अधिक प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।

  • सेशन में 20 से अधिक स्थानीय औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की, जिसमें त्रिपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (TEA), द सदर्न इंडियन मिल्स एसोसिएशन (SIMA), द साउथ इंडिया स्पिनर्स एसोसिएशन (SISPA), इण्डियन कॉटन फेडरेशन, द सदर्न इंडिया इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (SIEMA), अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल, इण्डियन टेक्सप्रेनर्स फेडरेशन प्रमुख हैं।

  • सेशन में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन (DIPIP), पर्यटन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME), साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाओं पर प्रेजेन्टेशन दिए गए।

  • सेशन में केपीआर ग्रुप, शक्ति ग्रुप, केजी डेनिम, लक्स इंडस्ट्रीज़, बॉश्च सॉफ्टवेर, वंडरला हॉलीडेज़, शंकरा आई हॉस्पिटल्स, त्रिवित्रोन सहित 30 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की गई।

  • प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के लिये कुल 3500 करोड़ रूपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए ।

एमओयू

1. राज्य सरकार एवं इंडियन कॉटन कारपोरेशन- प्रदेश में एफआईएस कॉटन के उत्पादन एवं इसके रकबे को बढ़ावा देने के लिये नॉलेज शेयरिंग एमओयू हुआ।

2. राज्य सरकार एवं त्रिपुर एक्सपोर्ट एसोसिएशन- प्रदेश में स्किल्ड मैनपॉवर की उपलब्धता को बढ़ाने एवं टैक्सटाइल क्लस्टर स्थापित करने के लिये नॉलेज शेयरिंग एमओयू हुआ।

3. राज्य सरकार एवं साउथ इंडिया मिल्स एसोसिएशन- कॉटन की खेती को बढ़ाना देने एवं रिसर्च एंड डेवलपमेंट शेयरिंग हेतु एमओयू हुआ।