उज्जैन l क्या यह सच नहीं है कि जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाकाल मंदिर स्थित रुद्रसागर पर बने सम्राट अशोक सेतु के लोकार्पण समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन एडिशनल एसपी नितेश भार्गव ने मंच पर एक अनजान युवक को देखा, जो गले में आईडी कार्ड और हाथ में वॉकी-टॉकी लिए खड़ा था।शक होने पर उन्होंने युवक की पहचान के बारे में अन्य अधिकारियों से पूछा, लेकिन कोई उसे नहीं पहचान सका। संदेह गहराने पर एडिशनल एसपी ने तुरंत युवक को मंच से नीचे उतारने के निर्देश दिए और पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर महाकाल थाने भेज दिया।

चर्चा है कि युवक की तलाशी में "मध्य प्रदेश शासन, मुख्यमंत्री कार्यालय, वल्लभ भवन भोपाल" का एक फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिस पर सिद्धार्थ जैन नाम दर्ज था और पद प्रोटोकॉल ऑफिसर लिखा था। इसके अलावा, युवक के पास एक वॉकी-टॉकी भी मिला, जिस पर मध्य प्रदेश शासन का स्टिकर लगा हुआ था। फिलहाल, पुलिस यह जांच कर रही है कि युवक का कार्यक्रम में घुसने का उद्देश्य क्या था और क्या वह किसी साजिश या बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें युवक को पुलिस द्वारा हिरासत में लेते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में युवक खुद को सीएम सुरक्षा अधिकारी बताने की कोशिश कर रहा है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि उसे यह फर्जी आईडी और वॉकी-टॉकी कहाँ से मिली। इस मामले में जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है। वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि Indiatv18 नहीं करता है l