भोपाल l लोकसभा चुनाव में बीजेपी 400 पार का नारा ही लगाती रह गई, इधर जीतू पटवारी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश कांग्रेस ने 12 से अधिक सीटों पर निर्णायक बढ़त बना ली है। जनवरी में बीजेपी के पक्ष में जो माहौल था, मार्च के अंत तक वो सिफ़र हो गया। आज मध्यप्रदेश के कई लोकसभा क्षेत्र में जहां कांग्रेस आगे हो चुकी है, वहीं कुछ में कांग्रेस प्रत्याशी बीजेपी को ज़बरदस्त टक्कर दे रहे हैं।

जीतू पटवारी ने दिसंबर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करते ही अपने तेवर दिखा दिये थे। पूरे जोश और ऊर्जा से भरपूर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने नई नवेली सरकार को एक दिन भी चैन से नहीं बैठने दिया। 

जीतू पटवारी ने मोहन यादव को जहां पर्ची वाला मुख्यमंत्री बताकर पूरी सरकार की खिल्ली उड़ाई, वहीं किसानों को 3000 रूपये का समर्थन मूल्य और  नारी सम्मान योजना की राशि बढ़ाने को लेकर सरकार को पहले ही दिन से घेरना शुरू कर दिया।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ज़बर्दस्त वापसी के पीछे सबसे बड़ी वजह जीतू पटवारी का युवाओं से सीधा संवाद/संपर्क है। युवाओं में बेहद लोकप्रिय युवा प्रदेश अध्यक्ष ने जहां तीन महीने के छोटे से कार्यकाल में मध्यप्रदेश के अधिकांश ज़िलों का दौरा कर ज़मीनी और युवा कार्यकर्ताओं मे वापस जोश भर दिया, वहीं उनके कार्यक्रमों में उमड़े जनसैलाब ने भी उन्हें जमकर समर्थन और ताक़त दी।

बीजेपी ने कांग्रेस के कुछ बुझे हुए नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर जीतू पटवारी का मनोबल तोड़ने की ज़रूर कोशिश की, लेकिन राजनीति के माहिर खिलाड़ी जीतू पटवारी इससे न विचलित हुये, न कभी मुँह चुराया, बल्कि हर बार खुद प्रेस के सामने आये और हर सवाल का जवाब दिया। जीतू पटवारी ने कुछ लोगों के कांग्रेस छोड़ने को कभी निराशा के भाव में नहीं बदलने दिया, शायद यही वजह है कि बीजेपी के तमाम षड्यंत्रों के बावजूद कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने जा रही है।

जो लोग कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गये, जीतू पटवारी ने उनसे बात करने और उन्हें रोकने की भरपूर कोशिश लेकिन अपने ज़मीर का सौदा कर चुके नेताओं के लिये नैतिकता पहले मर जाती है, इसलिये ऐसे मरे हुये ज़मीर के लोगों के जाने से न कांग्रेस कभी कमजोर हो सकती है, न इन दलबदलुओं से बीजेपी कभी मज़बूत हो सकती है। 

बहरहाल मध्यप्रदेश कांग्रेस को एक ऐसा नेतृत्व मिल गया जिसकी आज के समय में बेहद ज़रूरत थी। बीजेपी नेता भी अब दबी ज़ुबान यह बोल रहे हैं कि जीतू पटवारी का ज़मीनी कनेक्ट बीजेपी के लिये बड़ा ख़तरा बनता जा रहा है।