रोग एवं कीटों की रोकथाम हेतु किसानों को बताये उपाय
बुरहानपुर l किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने जानकारी देते हुए बताया कि, कृषि विभाग के अधिकारियों एवं केवीके के वैज्ञानिकों की संयुक्त टीम ने ग्राम डोईफोडिया, अंधारवाडी व सातपायरी आदि ग्रामों के किसानों के खेतों का भ्रमण कर निरीक्षण किया। जिसमें कुछ खेतों में पीला मोजेक के वायरस का प्रकोप देखा गया है। लगातार रूक-रूक कर वर्षा होने से मौसम सफेद मक्खी के लिए अनुकूल बना हुआ है। जिसका प्रकोप क्षेत्र में दिखाई दे रहा है। वहीं सोयाबीन फसल में भी पीला मोजेक रोग का प्रकोप दिखाई दे रहा है, जो कि सफेद मक्खी/एफिड के द्वारा फैलता है। जिसमें पत्तियाँ पीली हो जाती है तथा पैदावार प्रभावित होती है। किसानों को आवश्यक सलाह एवं उपाय बताये- टीम द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि, रोग के लक्षण दिखाई देने पर प्रारंभिक अवस्था में ही रोगग्रस्त पौधांे को खेत से उखाड़कर फेक देवे तथा इस रोग को फैलाने वाले कीटो की रोकथाम हेतु एसिटामिप्रिड 25 प्रतिशत$बायफेथ्रिन 25 प्रतिशत ॅळ का छिड़काव करें या थायमिथाक्साम$ लैम्ब्डासायहेलोथ्रिन या बीटासायफ्लूथ्रिन$ इमिडाक्लोप्रिड अथवा प्रोफेनोफोस 40 प्रतिशत$सायपरमेथ्रिन 5 प्रतिशत का भी छिड़काव किया जा सकता है। इसके साथ ही कृषकगण सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिये अपने खेत में विभिन्न स्थानों पर पीला स्टिकी ट्रेप अवश्य लगाये। भ्रमण के दौरान डायग्नोस्टिक टीम में के.व्ही.के. वैज्ञानिक डॉ. कार्तिकेय सिंह, सहायक संचालक श्री दीपक मण्डलोई एवं कृषि विस्तार अधिकारी श्री जे.एस. चौहान शामिल रहे।