खरगोन l सहकारी केन्द्रीय बैंक के सभाकक्ष में सहकारी समितियों के संस्था प्रबंधकों का एन.पी.ए. प्रबंधन विषय पर 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का डी.डी.एम. नाबार्ड विजेन्द्र पाटील के मुख्य आतिथ्य दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया। कार्यकम नाबार्ड (सॉफ्टकाब) योजना अन्तर्गत सहकारी प्रबधं संस्थान भोपाल के द्वारा आयोजित किया जा रहा है।     कार्यशाला में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित खरगोन के एम.डी. पीएस धनवाल द्वारा कहा गया कि पैक्स की वित्तीय स्थिति को उनके एनपीए ऋण सीधे-सीधे प्रभावित करते है। संस्थाओं के द्वारा प्रदाय ऋण एन.पी.ए. होने से संस्थाओं के लाभार्जन में कमी होती है, उनके द्वारा एन.पी.ए. की कमी हेतु संस्था द्वारा प्रदाय किये गये ऋणों की वसूली पर विस्तृत विचार व्यक्त किये तथा अपेक्षा की गयी कि इस महत्वपूर्ण विषय पर उपस्थित प्रतिभागी पूर्ण गंभीरता से सहभागिता करें।        

  कार्यशाला में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुये विजेन्द्र पाटील जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड द्वारा बताया गया कि बी-पैक्स दशकों से कृषकों के विकास एवं ग्रामीण क्षेत्र में महत्वूपर्ण भुमिका निमा रहे है। उन्होंने बताया कि नाबार्ड के द्वारा सतत् पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण का कार्य किया जाता है तथा इस प्रकार की कार्यशालाएँ संस्थागत विकास के तौर पर की जा रही है, जिसके माध्यम से संस्थाओं का किस प्रकार वित्तीय विकास हो इस पर तथा मानव संसाधन के विकास पर उन्होंने विचार व्यक्त किये।            

  कार्यशाला में सहकारी प्रबंध संस्था भोपाल से पी. के. परिहार कार्यकम समन्वयक द्वारा बताया कि यह 03 दिवसीय प्रशिक्षण है जिसमें मुख्य रूप से वसूली कार्य योजना, एन.पी.ए. प्रबंधन, वसूली में निरोधक एवं उपचारात्मक विषयों के साथ-साथ पैक्स वित्तीय स्वास्थ एवं लाभप्रदता पर एन.पी.ए. का प्रभाव एवं एन.पी.ए. की गणना पर विशेष फोकस किया जावेगा।   कार्यक्रम में बैंक अधिकारी अनिल कानुनगो, राजेन्द्र आचार्य, श्रीमती संध्या रोकड़े सहित खरगोन बडवानी जिले की बी-पैक्स के 35 संस्था प्रबंधक उपस्थित थे कार्यकम का संचालन अपिल कानुनगो प्रबंधक स्थापना द्वारा किया गया।