विदिशा जिले के किसानों का उद्यानिकी खेती की ओर रुझान दिनों दिन बढ़ रहा हैअब यहां के कृषक परंपरागत खेती की अपेक्षा उद्यानिकी खेती कर तीन गुना अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। ऐसी ही एक कहानी है विदिशा जिले के ग्राम बल्लाखेड़ी के किसान श्री गजेंद्र बघेल की। उन्होंने अपनी खेतीबाड़ी वाली जमीन में अमरूद फलोद्यान लगाकर 11 से 12 लाख रुपए की आय प्राप्त की है। उन्होंने फलोद्यान खेती से प्राप्त अमरुद को दिल्ली और भोपाल जैसे महानगरों में विक्रय कर तीन गुना अधिक मुनाफा कमाया है।

   किसान श्री गजेंद्र बघेल ने बताते हैं कि वह विधि सब विकासखंड के ग्राम बल्लाखेड़ी में निवास करते हैं यहां वह पहले कृषि फसलें गेहूं और सोयाबीन की खेती करते थे। फिर एक दिन उन्हें उद्यान विभाग की सहायता से भ्रमण करने का अवसर मिला और उद्यानिकी अधिकारी श्री धर्मेन्द्र सिंह दाँगी से तकनीकी ज्ञान और सहयोग से उद्यानिकी फसलों की ओर उनका रुझान बढ़ा तब उद्यान विभाग से अनुदान पर सूक्ष्म सिंचाई -ड्रिप लगा कर वर्ष-2021 में अमरूद की किस्म व्हीएनआर एवं रेड डायमंड का रोपण 1.800 हेक्टेयर भूमि में किया। जिससे वर्ष 2023-24 में किसान श्री बघेल ने धरा अमरूद भारत का उत्पाद नाम से अपने अमरूद की पेकिंग कर दिल्ली और भोपाल के बाजार में विक्रय कर 11-12 लाख रुपये की आमदनी प्राप्त की इस प्रकार उद्यानिकी फसलो से कृषक 3 गुना अधिक लाभ ले रहे हैं।