सीहोर l किसान भाई सदियों से गोबर से खाद बनाता आया है। कृषि विभाग के अधिकारी प्राकृतिक संसाधनों से जैविक खाद का अपयोग करने की सलाह लगातार दे रहे है अब किसान जानगये है ओर अब कई किसानों ने गौ-मूत्र और गोबर, पत्तों से खाद बना कर खेतों में उपयोग किया जा सकता है। हम सभी को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभानी होगी।प्राकृतिक खेती हम सभी के लिये लाभदायक है। किसान अपने खेत पर गोबर और गौ-मूत्र से खाद भी बनाया है। किसान अपने खेत में प्राकृतिक खेती प्रारंभ की है। वे गोबर, गौ-मूत्र, मिट्टी, पत्ते,वनस्पति और गुण से जीवामृत बना रहे हैं। प्राकृतिक संसाधनों से खाद बनाने में लागत भी कम आती है और फसल में पैदावार भी अच्छी होती है। प्राकृतिक उत्पाद की मांग बढ़ी है।