छिन्दवाडा l प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में गत दिनों छिंदवाड़ा में संपन्न श्रीअन्न (मिलेट) प्रोत्साहन मेला 2024 में जिले के किसानों ने बढ़-चढ़कर उत्साहपूर्वक सहभागिता की और कृषि आदानों बीज, खाद व कीटनाशक दवाईयों से संबंधित विभिन्न कंपनियों व कृषि यंत्रों/सिंचाई उपकरणों के साथ ही मोटा अनाज व श्रीअन्न से निर्मित व्यंजनों और  विभिन्न जैविक/प्राकृतिक उत्पादों की जानकारी प्राप्त की । उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार की अनुशंसा पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को मिलेट्स के प्रोत्साहन के लिये अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया था। इस संदर्भ में कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में श्रीअन्न के क्षेत्र विस्तार, उत्पादकता वृद्धि, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं जनसामान्य के बीच प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह मेला आयोजित किया गया।
उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में श्रीअन्न (मिलेट्स) फसलें कोदो, कुटकी, सांवा, रागी, कंगनी, ज्वार एवं बाजरा प्रमुखता से उगाई जाती हैं। मिलेट्स फसलों के पोषक महत्व के कारण ही प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा मिलेट्स को श्रीअन्न नाम दिया गया है। भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा श्रीअन्न के क्षेत्र विस्तार, उत्पादकता वृद्धि, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं जनसामान्य के बीच प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य मिलेट मिशन योजना के माध्यम से लगातार किसानों को जागरूक कर लाभांवित किया जा रहा है। वर्तमान में छिंदवाडा जिला मिलेट्स के क्षेत्रफल में प्रदेश में अग्रणी स्थान रखते हुए मुख्यतः तामिया, हर्रई, जुन्नारदेव एवं अमरवाड़ा विकासखंडों मे लगभग 21000 हैक्टेयर रकबा में प्रमुखता से मिलेट्स फसलें उगाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि श्रीअन्न (मिलेट) प्रोत्साहन मेला 2024 में 50 से अधिक स्टालों को लगाया गया और मिलेट्स उत्पादित करने वाले किसान, एफपीओ, एनजीओ, स्व- सहायता समूहों के उत्पादों एवं इनसे बनने वाले व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया जिससे जनमानस जागरूक होकर श्रीअन्न का अधिक से अधिक उपयोग कर सके । राज्य शासन द्वारा श्रीअन्न फसलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना आरंभ की गई है, जिसमें श्रीअन्न उत्पादक किसानों को 1000 रूपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी।
उप संचालक कृषि श्री सिंह ने बताया कि मेले में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा निर्मित श्री अन्न (मिलेट्स) के विभिन्न व्यंजन के स्टॉल जिसमें नूडल्स, पास्ता, कुकीज, बिस्किट आदि उत्पादों के अलावा जवाहर फूड प्रोडक्ट्स स्टॉल में ज्वार, बाजरा, धान के जवाहर फ्लेक्स, रागी, ज्वार के जवाहर पास्ता, ज्वार, बाजरा, रागी के जवाहर कुकीज, जवाहर मल्टीग्रेन ब्रेड, रागी आटा, मल्टीग्रेन आटा, डोनट्स, कोदो पापड, जवाहर मल्टीग्रेन रस्क, रागी चिक्की, नानखटाई,
 ज्वार एण्ड रागी मफिन्स, जवाहर ब्राउन ब्रेड और कृषि विज्ञान केंद्र छिन्दवाड़ा व देलाखारी/तामिया के उत्पाद कोदो, कुटकी, रागी, साँवा, ज्वार, बाजरा, कँगनी, चेना आदि के विभिन्न किस्मों के बीज एवं श्री अन्न की विभिन्न भू-जातीय बीजों को भी प्रदर्शित किया गया। साथ ही श्रीअन्न से बने प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे बाजरा की बिस्कुट, रागी के बिस्कुट, ज्वार के बिस्कुट, रागी के नद्दे, ज्वार पापड़, रागी चकली, रागी पापड़, रागी मठरी आदि प्रदर्शित किये गये । इसी प्रकार छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड मोहखेड के ग्राम पालाखेड के कृषक श्री आशाराम घागरे द्वारा ककडी, टमाटर, अमरूद, फरास, धनिया बीज, बटाना दाल, उडद दाल, राई व गाजर, ग्राम कामठी के श्री जितेन्द्र राउत द्वारा शहद, ग्राम चारगांव करबल के कृषक श्री रघुवर भादे द्वारा जीवामृत, बीजामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र, अग्नियस्त्र, ब्रम्हास्त्र, पजोला वाटर व जैविक खाद और मोहखेड की राजा भोज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा ड्रोन, विकासखंड छिंदवाड़ा के ग्राम पुलपुलडोह के कृषक श्री देवरत्न उईके द्वारा मशरूम, अचार व ड्राय मशरूम औैर ग्राम कुण्डालीकला की ग्राम स्तरीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला (भारतीय किसान सेवा) द्वारा मिट्टी परीक्षण व अन्य उत्पाद, विकासखंड बिछुआ के ग्राम घोराड के श्री जुबेर खान द्वारा केला, विकासखंड परासिया के श्री बलवीर चंद्रवंशी द्वारा वर्मी कम्पोस्ट, विकासखंड तामिया के पातालकोट क्षेत्र की म.प्र.विज्ञान सभा व सतधारा फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा पातालकोट फलम व तामिया कुटकी, संस्कृतम उद्योग छिंदवाड़ा के श्री मनोज साहू द्वारा श्रीअन्न, शुध्द घानी तेल फल्ली, सरसों, तिल्ली, अलसी, जगनी और अन्य औषधियों एवं निर्वाना नेचुरल्स के श्री सोनू बोनिया द्वारा कच्ची घानी एवं श्रीअन्न, लकड़ी घानी से निकला मूंगफली, तिल, सरसों, नारियल तेल व सभी मिलेट्स का प्रदर्शन किया गया। जिले के साथ ही संभाग के अन्य जिलों में नरसिंहपुर जिले की तुअर दाल व जैविक गुड़, सिवनी जिले का जीरा संकर चांवल व किनौवा, बालाघाट जिले का चिन्नौर चांवल, मण्डला जिले के श्री अन्न उत्पाद, पांढुर्णा जिले के विकासखंड सौंसर के ग्राम भुम्मा के श्री मटरूलाल डोंगरे द्वारा हल्दी, कुल्था, पपीता व संतरा, ग्राम पारडसिंगा की श्रीमती तन्मय भट्ट द्वारा जैविक कपास की राखियां, कार्ड, देशी बीज, सीड फटाके व केलेण्डर और सौंसर की अर्धनारीश्वर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा ड्रोन के साथ ही अन्य जिलों के प्रसिध्द उत्पादों के स्टाल लगाने के साथ ही इन जिलों के उन्नतशील कृषकों के जैविक/ प्राकृतिक उत्पादों का प्रदर्शन व विपणन भी किया
गया ।