गेंहू की नरवाई जलाने के कारण कृषि उत्पादन में कमी होती है

सीहोर जिले के किसानों से गेंहू के ठूठ नरवाई नहीं जलाने कृषि विभाग की सलाह गेंहू की नरवाई जलाने से खेत की उर्वरक क्षमता नष्ट होती है गेंहू की नरवाई जलाने के कारण कृषि उत्पादन में कमी होती है किसान गेंहॅू की नरवाई नहीं जलायेगा तो फसल के उत्पादन में वृद्वि होगी नरवाई को खेत की मिटटी में मिलाने से देशी खाद का काम करता है सीहोर,23 फरवरी,2024 जिले के किसानों से गेंहू के ठूठ नरवाई नहीं जलाने के जिल कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी है कि किसान अपने गेंहू के खेत की नरवाई नहीं जलाये नरवाई जलाने से खेत की उर्वरक क्षता नष्ट होती है और फसल पैदावार में कमी आती हे।जिले में रबी सीजन प्रारंभ हो गया है किसान गेंहॅू की फसल कटाई करने लगें है।ऐसे में जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों का दल अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर किसान भाई को नरवाई नहीं जलाने की सलाह एवं समझाइश निरंतर दी जा रही है। उप संचालक कृषि ने बताया कि विभाग के अधिकारी को सख्त निर्देश दिये गये है की वो अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करें और किसानों को गेंहू की नरवाई नही जलाने की समझाईश दि जाये। कृषि अधिकारियों भ्रमण के दौरान किसानों को समझाइश दे रहे है कि किसान अपने खेत की नरबाई नही जलाये और नरवाई नही जलाने के फयदे बता रहे है। अब किसान अपने खेत की नरवाई जलाने के स्थान पर रोटेवेटर चलाकर नरवाई खेत की मिटटी में मिला रहे है। नरवाई मिटटी में मिला देने से खाद का काम करता है। किसान अपने खेत की नरवाई न जलाते हुए रोटरवेटर की सहायता से बचे हुए अवशेष को मिट्टी में ही मिला रहे है। किसान खेती को लाभ का धंधा बनाने के गेहूं के नरवाई को जलाने की बजाय उसे खेतों की मिट्टी में ही मिला दिया जाए जिससे खेत में फसलों को नुकसान भी नहीं होगा और फसल भी उम्मदा होगी।