पवन कल्याण दक्षिण भारत के वो अभिनेता हैं जिन्होंने ना सिर्फ अभिनय बल्कि राजनीति में भी अपना परचम बुलंद किया है। आज वह अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। उपमुख्यमंत्री अभिनेता कल्याण ने  अपने प्रारंभिक करियर की शुरुआत साल 1996 में ईवीवी सत्यनारायण द्वारा निर्देशित फिल्म ‘अक्कड़ा अम्मई इक्कड़ा अब्बाई’ से की थी। उनकी दूसरी फिल्म ‘गोकुलमलो सीता’, जो साल 1997 में आई थी। यह एक ड्रामा फिल्म थी। इस फिल्म में पहली बार पवन कल्याण को  ‘पवन कल्याण’ की उपाधि वाले नाम से प्रस्तुत किया गया था। अभिनेता की तीसरी फिल्म ‘सुस्वागतम’ थी, इसी फिल्म में उन्हें पहली बार 'पावर स्टार' की उपाधि दी गई। कल्याण की अगली फिल्म ‘थोली प्रेमा’ एक बड़ी हिट रही। इस फिल्म का निर्देशन ए. करुणाकरण ने किया था। रिलीज के बाद यह फिल्म तेलुगु सिनेमा में एक क्लासिक रोमांटिक फिल्म बन गई। इस फिल्म ने तेलुगु में ‘सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म’ का ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार’ , छह राज्य नंदी पुरस्कार जीते और इसे भारत के 30वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाया गया था। इसके बाद अभिनेता ने एक के बाद एक बेहतरीन फिल्में की और दर्शकों के दिल पर छा गए। हालांकि, बीच में एक ऐसा दौर भी आया जब अभिनेता ने मुश्किलों का सामना किया, लेकिन साल 2012 में पवन कल्याण ने हरीश शंकर द्वारा निर्देशित ‘गब्बर सिंह’ से वापसी की। यह अपने दौर की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्म बन गई। 14 मार्च 2014 को जन सेना पार्टी की स्थापना की और लोगों के लिए काम करना शुरू किया। साल 2014 में पवन कल्याण ने भाजपा को अपना समर्थन दिया। उन्होंने 2014 के चुनावों में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और भाजपा गठबंधन के लिए बड़े पैमाने पर समर्थन और प्रचार किया। हालांकि, पवन कल्याण की पार्टी 2017 से 2020 तक भाजपा से दूर रही। बाद में अभिनेता पवन कल्याण ने 12 जून 2024 को आंध्र प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली और 16 जून 2024 को उन्हें आंध्र प्रदेश का उपमुख्यमंत्री घोषित किया गया।