जब प्रेमानंद महाराज जी का विरोध करना NRI सोसायटी को पड़ा भारी

प्रेमानन्द महाराज जी का विरोध करना NRI सोसाइटी वालों को महंगा पड़ गया महंगा l दरअसल पूरे वृन्दावन ने NRI सोसाइटी का बहिष्कार कर दिया था l न दूध दिया न अन्य कोई सामान..जब तड़पने लगे तो हो गए दंडवत महाराज जी के सामने NRI का सोसाइटी प्रेसिडेंट ..
हाथ जोड़कर मांगी माफ़ी, महाराज जी ने सरल और शालीनता से उसे समझाया l विरोध महाराज जी का नहीं ....विरोध राधा नाम का किया था l चोट महाराज जी को नहीं, करोडो़ राधा प्रेमियों के हृदय को पंहुचाई थी lमहाराज जी ने तो माफ़ कर दिया क्या राधा प्रेमी माफ़ कर पाएंगे ? महाराज की सुबह 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा को लेकर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों ने पोस्टर दिखाकर विरोध किया था, जिसमें उनकी मांग थी कि महाराज अपनी पदयात्रा के समय में बदलाव और तेज आवाज वाले संगीत यंत्रों पर पूरी तरह रोक लगाई ,लोगों के विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात 2 बजे निकलने वाली यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने के फैसला लिया था l हालांकि, अगले दिन महाराज की सुबह 4 बजे एक दम शांत तरीके से पदयात्रा निकली थी l