दुनिया का सर्वश्रेष्ठ अनाज है श्री अन्न - मंत्री श्री पटेल
नरसिंहपुर l उत्पादकों, उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों के बीच मोटे अनाज के प्रचार और जागरूकता, मोटे अनाज की मूल्य श्रृंखला का विकास, मिलेट के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी पहलू, बाजार संपर्क, अनुसंधान और विकास आदि जैसे श्री अन्न से संबंधित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पीजी कॉलेज नरसिंहपुर में श्री अन्न (मिलेट्स) प्रोत्साहन मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इसका उद्घाटन पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, विधायक श्री महेन्द्र नागेश, पूर्व मंत्री श्री जालम सिंह पटेल के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री पटेल ने कहा कि इस समय लोगों को खिलाने के लिए मिलेट एक सस्ता और पौष्टिक विकल्प है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिलेट को बढ़ावा दिया जा रहा है।वर्ष 2017 में दुबई में आयोजित वर्ल्ड फ़ूड फ़ेस्टिवल में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा था कि वो विश्व को भुखमरी से बचाने के लिए हमें मोटे अनाजों की तरफ़ जाना होगा।प्रधानमंत्री ने 2018 में मोटे अनाज को पोषक–अनाज घोषित किया गया था।भारत के इन्हीं प्रस्ताव और प्रयासों के बाद ही संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को ‘इंटरनेशनल मिलेट इयर’ घोषित किया है।
मिलेट्स की उपयोगिता को समझाते हुए मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मिलेट्स की खेती सर्वश्रेष्ठ है जो मानव और मिट्टी, दोनों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने की गारंटी देती है।इसके गुणों को हमारे पूर्वज बखूबी जानते थे।जनजातीय बंधुओं के ख़ान पान का यह आज भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।भारत में मिलेट्स या मोटे अनाज को अब श्री अन्न की पहचान दी गई है।
उन्होंने विस्तार से बताया कि श्री अन्न केवल खेती या खाने तक सीमित नहीं है। श्री अन्न यानि कम पानी में ज्यादा फसल की पैदावार, श्रीअन्न यानि केमिकल मुक्त खेती का बड़ा आधार, श्रीअन्न यानि क्लाइमेट चेंज की चुनौती से निपटने में मददगार।”उन्होंने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मिलेट्स का आसानी से उत्पादन हो जाता है। इसकी पैदावार में अपेक्षाकृत पानी भी कम लगता है, जिसमें वॉटर क्राइसिस वाली जगहों के लिए यह एक पसंदीदा फसल बन जाती है।” भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचलित ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, कुटकी जैसे श्री अन्न का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मिलेट भारत में सदियों से जीवनशैली का हिस्सा रहा है।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जहां विश्व में एक तरफ़ खाद्य सुरक्षा की समस्या है तो वहीं दूसरी तरफ़ फूड हैबिट्स से जुड़ी बीमारियां,बीपी,डायबिटीज एक बड़ी समस्या बनती जा रही हैं। उन्होंने बताया कि श्रीअन्न ऐसी हर समस्या का भी समाधान देते हैं, ज्यादातर मिलेट्स को उगाना आसान होता है, इसमें खर्च भी बहुत कम होता है, और दूसरी फसलों की तुलना में ये जल्दी तैयार भी हो जाता है। इनमें पोषण तो ज्यादा होता ही है, साथ ही स्वाद में भी विशिष्ट होते हैं।साथ ही इन्हें लंबे समय तक जस का तस रखा जा सकता है।
पहले मोटे अनाज को ग़रीबों का अनाज कहकर मजाक उड़ाया जाता था लेकिन आज पूरी दुनिया ने माना है कि श्रीयन दुनिया का सर्वश्रेष्ठ अन्न है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जी 20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों को प्रदान किए गए नाश्ते एवं भोजन में मिलेट्स को ही शामिल किया गया था।
कार्यक्रम को गोटेगाँव विधायक श्री नागेश ने भी संबोधित कर मोटे अनाज की उपयोगिता के बारे में समझाया तथा कार्यक्रम में मौजूद कृषकों से मोटे अनाजों की खेती करने के लिए भी आह्वान किया।
कार्यक्रम से पूर्व अतिथियों द्वारा पीजी कॉलेज परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया एवं यहाँ रखे गए उत्पादों को भी देखा। कार्यक्रम की प्रस्तावना उप संचालक कृषि श्री उमेश कटहेरे द्वारा दी गई।
इनकी रही विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति ज्योति नीलेश काकोड़िया, तेंदुखेड़ा विधायक श्री विश्वनाथ सिंह पटेल,जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता राजेंद्र ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दलीप कुमार,नगरपालिका अध्यक्ष श्री नीरज दुबे, जिला पंचायत सदस्य श्री सीताराम नामदेव, डॉ अनंत दुबे, श्री महंत प्रीतमपुरी, डॉ हरगोविंद पटेल सहित अन्य विशिष्ट जनप्रतिनिधि अ