कुछ तो तर्क से बात करो यार, इतना क्यों घबराए हुए हो?

दिल्ली चुनाव के आने वाले नतीजों से पहले ही नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने खरीद-फरोख्त के प्रयासों के अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि इनका रहस्य ,रहस्य ही बना रहता है, इसका प्रमाण कभी नहीं मिलता। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि किस विधायक का फोन आया है? क्या आप जानते भी हैं कि विधायक कौन बनेगा? अगर किसी पार्टी को उन्हें पैसे की पेशकश करनी हो, तो वे किसे फोन करेंगे? कुछ तो तर्क से बात करो यार. इतना क्यों घबराए हुए हो? किस बात की घबराहट है? उन्होंने कहा कि अगर आपको 55-60 सीटें मिल रही हैं तो फोन कॉल का कोई मतलब नहीं है। अगर बीजेपी को 45-50 सीटें मिल रही हैं तो फोन कॉल का कोई मतलब नहीं है। अगर कांग्रेस को 40 सीटें मिल रही हैं तो फोन कॉल का कोई मतलब नहीं है। तो, फ़ोन कॉल का मतलब क्या है? आपको एग्ज़िट पोल पर भरोसा नहीं है, उस पर टिप्पणी करें। पर यह क्या? सब उस आदमी को शोभा नहीं देता जो 10 साल तक सीएम रहा।