मप्र में चाणक्य फार्मूले की कसौटी पर राजस्थान के सीएम भजन और प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश शुक्ला की जोड़ी
मुरैना /भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिए भाजपा प्राण-प्रण से जुट गई है। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटो पर पार्टी नेतृत्व कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। बीते रविवार को जहा एक ओर भाजपा में चाणक्य की भूमिका की संज्ञा से नवाजे जाने वाले केंद्रीय गृह,सहकारिता मंत्री अमित शाह जीत का मंत्र फूक कर गए थे। तो मंगलवार को साधारण कार्यकर्ता से राजस्थान के मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा ने चंबल इलाके की मुरैना लोकसभा सीट से जातीय समीकरणों की बिछात पर यानि कि ब्राह्मण वोटरों पर सेंधमारी की शुरुआत प्रदेश के उभरते ब्राह्मण नेता एवं डॉ मोहन यादव सरकार में चंबल ईलाके(भिंड) के ऊर्जावान,युवा, नवीन एवं नवकरणीय उर्जा मंत्री राकेश शुक्ला के साथ एकदिवसीय दौरे पर कर गए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री शर्मा और प्रदेश सरकार के मंत्री शुक्ला की जोड़ी को चंबल इलाके में पार्टी के रणनीतिकारों के द्वारा सक्रिय करने के पीछे राजनीतिक पंडितों का मानना है कि 2018 के विधानसभा चुनावों में ग्वालियर- चंबल इलाके में ब्राहमणो और सवर्णों के नाराज़ होने के कारण भाजपा सत्ता से बाहर हो गई थी। भाजपा के चाणक्य फार्मूले के चलते इस बार भाजपा का नेतृत्व कोई रिस्क उठाने के चक्कर में नहीं है। "दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पीता है" इसी कहावत पर इस बार के लोकसभा चुनावों में 370 प्लस के मिशन पर 2018 की पुनरावृति न हो। इसको लेकर पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।