ऑपरेशन सिंदूर की खास बात ये थी कि भारत ने सटीक इंटेलिजेंस के आधार पर सीमित लेकिन प्रभावी कार्रवाई की। इससे पाकिस्तान सकते में आ गया। इसी बीच तालिबान के बड़े नेता अब्दुल सलाम जईफ का बयान भी सामने आया। उन्होंने साफ कहा कि पश्तूनों को भारत पाक के इस झगड़े से दूर रहना चाहिए। यानी सीधे सीधे पाकिस्तान के खिलाफ एक कड़ा संदेश और भारत के लिए एक अप्रत्यक्ष समर्थन देखने को मिला है। तालिबान के इस बयान की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि अब्दुल सलाम जईफ कोई मामूली नेता नहीं हैं। वो अफगानिस्तान के बड़े नेताओं में से एक हैं और पाकिस्तान में अफगान राजदूत रह चुके हैं।