भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा हुजूर विधानसभा के संत हिरदाराम नगर, भैंसाखेड़ी में रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम में विधायक श्री रामेश्वर शर्मा के साथ शामिल हुए और बहनों से राखी बंधवाकर आशीर्वाद लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा एवं जिला अध्यक्ष श्री सुमित पचौरी को 11 हजार बहनों ने रक्षासूत्र बांधा। 
रक्षाबंधन उत्सव को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि बहनों के आशीर्वाद से ही पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय प्राप्त हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और मध्यप्रदेश की सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश की बहनों के आशीर्वाद से भाजपा को ताकत मिली और पार्टी सत्ता में आकर देश और जनता की सेवा कर रही है। कार्यक्रम को विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने भी संबोधित किया। रक्षासूत्र बंधवाने के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने बहनों के साथ सेल्फी भी ली। 
बहनों के आशीर्वाद से भाजपा को हर जगह ताकत मिली
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री शर्मा ने कहा कि हुजूर विधानसभा क्षेत्र से पूरे प्रदेश और देश भर में बहनों का आशीर्वाद भाजपा को मिल रहा है। भाजपा के कार्यकर्ता सत्ता में आकर जनता की सेवा कर रहे हैं तो वह आप सभी बहनों के आशीर्वाद से ही संभव हो सका है। बहनों के आशीर्वाद से जो ताकत मिलती है, उसी से भाजपा जनता की सेवा कर रही है। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा से लेकर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी तक सभी को बहनों के आशीर्वाद से ही ताकत मिली है। 
यह त्योहार भारतीय संस्कृति को आगे ले जाने का कार्य करते हैं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि रक्षाबंधन और कजलियां का त्यौहार अभी हुए हैं। रक्षाबंधन उत्सव अभी चल ही रहा है। आने वाले दिनों में हम सब जन्माष्टमी का पर्व मनाने जा रहे हैं। यह पर्व हमारी भारतीय संस्कृति को आगे ले जाने का काम करते हैं, जिससे देश आगे बढ़ता है।  
रिश्ता निभाने की परंपरा का उत्सव है रक्षाबंधन - श्री रामेश्‍वर शर्मा
रक्षाबंधन उत्सव को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के आयोजक व विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि विश्व में भारत का हिंदू समुदाय जहां-जहां निवास करता है वहां रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। यह रिश्ता निभाने की परंपरा का उत्सव है। प्रभु श्रीराम, श्रीकृष्ण, गुरुनानक देव, गौतम बुद्ध और महावीर ने भी इस परम्परा का निर्वाह किया है। याद करो जब श्री कृष्ण की उंगली से रक्त निकला था तो द्रौपदी ने अपना पल्लू फाड़कर उनकी उंगली पर बांधा था। इसका मान रखते हुए श्रीकृष्ण ने कौरवों की सभा में दुशासन द्रौपदी का चीर हरण कर रहा था और द्रौपदी अपने मन में भाई कृष्ण को पुकार रही थी, तब कान्हा ने रिश्ता निभाया और द्रौपदी का मान बचाया।