अक्षय कांति बम - धर्मनिरपेक्ष विचार धारा से सावरकर की विचार धारा में परिवर्तन
दिव्य प्रहार
*लोकतंत्र में इन रंग बिरंगे नेताओं के दिन ही रंगीन हैं...*
हरीश मिश्र
मौसम के बदलते मिजाज और ग्लोबल वार्मिंग का असर इस बार आम की फसल पर पूरी तरह दिख रहा है। कैरी अपनी काया परिवर्तन कर जल्दी-जल्दी आम बन रहीं हैं।
चुनाव के मौसम में और मोदी वार्मिंग का असर इस बार प्रत्याशियों पर भी दिख रहा है। इन्दौर लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम उर्फ कैरी, राष्ट्रवादी आम में परिवर्तित हो गए। जो बम कल तक चच्चा नेहरू की कसम खा रहे थे, आज से वीर सावरकर के हो गए।
लोकतंत्र में इन रंग-बिरंगे नेताओं के दिन ही रंगीन हैं।