खरगोन l स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद शैलेन्द्र भी शासकीय नौकरी की तलाश में था। लेकिन उसे इस क्षेत्र में कठिनाईयां समझ आयी तो उसने अपना स्वयं का व्यवसाय करने का मन बनाया। इसमें भी पूंजी की समस्या खड़ी हो गई। ऐसे में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से मिली मदद ने शैलेन्द्र का जीवन खुशहाल बना दिया हैं। शैलेन्द्र अपनी कृषि उपरकण निर्माण उद्योग से हर माह 01 लाख 50 हजार रुपये की आय अर्जित कर रहा है और वह अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया है।    

             खरगोन जिले के गोपालपुरा गांव के निवासी शैलेन्द्र सिंह चौहान अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खेती में पिता का हाथ बटाने लगा था। शैलेन्द्र इससे संतुष्ट नहीं था और अपने बेहतर जीवन के लिए कुछ करना चाहता था। इसके लिए उसने कृषि उपकरण निर्माण का व्यवसाय करने का मन बनाया। उसने इस कार्य का अनुभव प्राप्त किया। लेकिन आर्थिक परेशानी के कारण वह अपना व्यवसाय प्रारंभ नहीं कर पा रहा था। ऐसे में उसे जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना से मदद मिली।

          इस योजना में बैंक ऑफ इण्डिया जैतापुर शाखा द्वारा उसे 50 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया। इस राशि का उपयोग कर उसने कृषि उपकरण निर्माण का उद्योग स्थापित कर लिया है। अपने इस उद्योग से वह स्थानीय 06 अन्य लोगों को रोजगार दे रहा है। इस योजना में शैलेन्द्र को 12 लाख 50 हजार रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है। इस उद्योग से शैलेन्द्र को हर माह 01 लाख 50 हजार रुपये की आय हो रही है। वह ऋण की किस्त भी समय पर अदा कर रहा है और अपने कामगारों को भी समय पर वेतन दे रहा है।