सिंगरौली l चितरंगी  की धानी ग्राम पंचायत की रहने वाली गर्भवती महिला गुल्लू कोल को जब प्रसव पीड़ा हुई, तो परिजन उसे खाट पर लिटाकर उबड़-खाबड़ और कीचड़ भरे पगडंडी मार्गों से लेकर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में महिला ने एक नवजात को जन्म दिया। यह क्षेत्र पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ आदिवासी इलाका है। यहां आज तक सड़क नहीं बनी है। ग्रामीणों का आवागमन पगडंडियों के सहारे ही होता है। यहां खटिया ही एंबुलेंस काम करती है। खटिया एंबुलेंस की यही विशेषता है कि इसमें डीजल की भी जरूरत नहीं पड़ती l