छतरपुर l भारतीपुरा गांव, जो जंगल क्षेत्र में स्थित है, वहां से भील समाज के जरूरतमंद लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए लगातार बहलाया और फुसलाया  जा रहा है। एक भील के अनुसार, उनकी पत्नी कई वर्षों से बीमार थीं और जब उन्होंने ईसाई धर्म के अनुसार काम किए तो उनकी स्थिति में सुधार हुआ, जिसके बाद उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया।

भारतीपुरा गांव में 8 परिवारों ने ईसाई धर्म अपनाया है और उन्हीं के संपर्क में आने के बाद उन्होंने भी धर्म परिवर्तन किया। यह सभी परिवार लगभग 20 से 30 साल पहले झाबुआ, धार, राजस्थान और गुना से आए थे l इसे रोकने के लिए समाज की ओर से प्रयास किए गए, लेकिन वे लोग नहीं माने।