सागर l स्वर्णिम भारत वर्ष फाउंडेशन, स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में  आयोजित आठ दिवसीय स्वदेशी मेला का शुभारंभ संस्कृति एवं  पर्यटन राज्य मंत्री श्री धर्मेंद्र  सिंह लोधी, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता  तिवारी, मेला संयोजक समाजसेवी श्री  कपिल मलैया, मेला संरक्षक श्री शैलेश केशरवानी एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया गया।
स्वदेशी मेला की शुरुआत सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन द्वारा की गई। इसके पश्चात मेला प्रांगण में संतवाणी पं. बृजेश मिश्रा दिल्ली द्वारा भजन प्रस्तुति दी गई । इसके साथ ही देश विदेश में प्रख्यात बाबा सत्यनारायण मौर्य एवं अन्य प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा देशभक्ति गीत एवं एक शाम देश के नाम जैसे  गीतों पर  प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने में स्वदेशी वस्तुओं की महत्वपूर्ण और निर्णायक भूमिका रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फ़ॉर लोकल मिशन को चलाकर देश को एक नई दिशा प्रदान की है। उनकी इस मुहिम से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने और अधिक से अधिक इसका उपयोग करने में इन मेलों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी, क्योंकि कहीं न कहीं एक स्थान पर स्वदेशी वस्तुओं की जानकारी मिल जाने से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और वह इनका उपयोग भी कर सकेंगे। जिससे हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। मेले के माध्यम से लोगों तक स्वदेशी वस्तुओं का प्रचार प्रसार करना  बहुत ही सराहनीय प्रयास है। आयोजकों की पूरी टीम को शुभकामनाएं देता हूं कि वे ऐसे ही कार्य करें और भारत के नवनिर्माण में अपनी भूमिका निभायें।
विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि स्वदेशी उद्योग आत्मनिर्भरता की नींव हैं। सरकार  नए , उन्नत उद्योगों और तकनीक की स्थापना कर रही है। सरकार के साथ-साथ भारत जैसे प्रगतिशील देश के लोगों का भी कर्तव्य है कि वे भारत में बनी वस्तुएं खरीदकर देश की उन्नति और आत्मनिर्भरता में योगदान दें। आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना है। हर छोटी से छोटी चीज ऑनलाइन खरीदते वक्त हम ध्यान ही नहीं रखते कि ये वस्तुएं कहां बनी हैं। यह सही नहीं है। आज इस स्वदेशी मेले के माध्यम से आप सभी से आग्रह करता हूं कि देश में बनी हुई चीजों का उपयोग करें ,जिससे भारत को स्वदेशी बनाने में आपका  योगदान  भी रहे।
मेला संयोजक, समाजसेवी श्री कपिल मलैया ने बताया कि हमारे आठ दिवसीय स्वदेशी मेला का आयोजन हो चुका है ,जिसमें प्रतिदिन अनेकों कार्यक्रम किए जाएंगे। मेले में ज्वेलरी, कपड़े, घरेलू सामग्री के स्टॉल मुख्य आकर्षण के केंद्र होंगे। भारत के लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, गृह उद्योग और छोटे व्यापारी के स्वदेशी उत्पादों को एक स्थान पर उपलब्ध कराने का यह एक प्रयास स्वदेशी मेला है, जो शहर में पहली बार आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि बड़ी से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मेले में अपनी सहभागिता निभाये।
मेला संरक्षक  श्री शैलेश केशरवानी ने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं के जो उत्पाद हम खरीदते हैं ,उसका बड़ा हिस्सा राष्ट्र निर्माण में लगता है। इससे देश को मजबूती मिलती है। स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए यह जरूरी है कि लोग स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग करें। स्वदेशी वस्तुओं को एक छोटा सा मंच देकर लोगों के प्रति जागरूक करने का प्रयास हम सभी के द्वारा किया गया है।
मेला सह संयोजक रिशांक तिवारी ने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करता है तो वह देश के विकास में योगदान देता है। किसी भी वस्तु की बिक्री बढ़ाने के लिए उसका प्रचार-प्रसार किया जाता है। स्वदेशी वस्तुओं की तरफ अभी लोगों का कम आकर्षण है , इसलिए इनका प्रचार-प्रसार जरूरी है।
मीडिया प्रभारी अखिलेश समैया ने बताया कि मेला के उद्घाटन अवसर पर डॉ. गौरीशंकर चौबे , स्वदेशी जागरण मंच के सर्वश्री विनोद नेमा , राजकुमारी शुक्ला   प्रो. विकास सिंह , आलोक सिंह चौहान , केशव जी दुबेलिया , मध्यक्षेत्र समन्वयक स्वावलंबी भारत अभियान, प्रो. राघवेन्द्र प्रताप सिंह चंदेल, जितेन्द्र शुक्ला, सुधीर दातें, साकेत राठौर, अखिल भारतीय सह मेला प्रमुख, सुनील देव ,क्षेत्र समरसता प्रमुख, धर्मेन्द्र गुप्ता,  दीपक तिवारी , रज्जन अग्रवाल, मयंक तिवारी, प्रतिभा चौबे, विनय मलैया, सुनील सागर, सौरभ संधेलिया, सिद्धार्थ शुक्ला, सुष्मिता ठाकुर, विवेक सिंघई, नरेन्द्र साहू, अंजली दुबे, नितिन सोनी, कैलाश तिवारी, नितिन पटैरिया,शिवांश सोनी सुनीता अरिहंत, श्रेयांश जैन, रविंद्र ठाकुर, नवीन सोनी आदि उपस्थित थे।