दमोह पुलिस के अनुसार  23 जून की सुबह दमयंती नगर की पहाड़ी पर एक अज्ञात शव मिला था, जिसकी पहचान रीछी गांव निवासी दयाराम लोधी  के रूप में हुई थी। उसके गले में तौलिया बंधी थी और गला घोंटकर हत्या का अंदेशा जाहिर किया गया था। इसके बाद परिजनों के बयान दर्ज किए गए। जब मृतक के भाई सियाराम से कडा़ई से पूछताछ हुई तो  उसने बताया कि उसका भाई कोई काम नहीं करता था। आए दिन उससे विवाद होता था। मैंने प्लानिंग की और उसके नाम पर 13 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी कर दी और बाद में पास के ही खैरी गांव के दो लोगों के साथ मिलकर अपने भाई की हत्या का प्लान किया। आरोपी ने सोचा कि भाई की हत्या कर देंगे तो भाई से छुटकारा मिलेगा और उसके नाम पर 13 लाख की पॉलिसी की राशि भी मिल जाएगी। उसने खेरी गांव निवासी रवि किरण बेड़िया और सोनू उर्फ छोटू बेड़िया के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। तीनों आरोपी मृतक को दमोह के दमयंती नगर पहाड़ी के पास लेकर आए यहां शराब पिलाई उसके बाद उसके सिर पर एक पत्थर मारा और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।