प्रगतिशील कृषक उद्यानिकीय फसलों के प्रेरणा स्रोत बने
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विदिशा जिले के प्रगतिशील किसान श्री थान सिंह यादव उद्यानिकीय फसलों के प्रेरणा स्रोत बने हैं। उन्होंने अपने खेतो में नवाचारों की फसल कर अन्य कृषकों इस ओर बढ़ने की लालसा बढ़ाई है। उदयगिरि गुफाओं के पास ही थानसिह के खेतों में उद्यानिकी फसलें पर्यटकों का ध्यानाकर्षण कर रही। पर्यावरण में प्रत्यक्ष रूप से योगदान करने वाले कृषक श्री यादव ने जब से उद्यानिकीय फसलों का दामन पकड़ा है तब से आमदनी में चै-गुना मुनाफा की ओर अग्रसर हो रहें है। उद्यानिकीय विभाग की योजनाएं, प्रशिक्षण भ्रमण कार्यक्रमों से प्राप्त जानकारियों को सीधे खेतों में उतार कर प्रगतिशील कृषक का ओहदा हासिल करने वाले सुनपुरा के कृषक शासन की किसान हितैषी योजनाओं से पृथक -पृथक प्रगति हासिल की गई है। कृषक श्री थानसिंह यादव द्वारा वर्ष 2017-18 मे उद्यान विभाग की सहायता से अनुदान पर अमरुद्ध की एल-49, इलाहबादी सफेदा किस्म का चयन कर फल अनुसंधान केन्द्र ईटखेडी भोपाल से पौधे लाये गये इनका रोपण उच्च घनत्व मे छह बाई तीन मीटर की दूरी पर किया गया विभाग द्वारा अनुदान पर 0.500 हेक्टेयर मे अमरुद्ध फलोउद्यान एवं ड्रिप लगाई गयी वर्ष 2021-22 से कृषक को फलोद्यान से उत्पादन प्राप्त होने लगा। वर्तमान मे वर्ष 2023 मे लगभग 1.80 लाख रुपयें आय प्राप्त की गई। श्री यादव बताते है कि ड्रिप लगाने से फलोउद्यान मे 25-30 प्रतिशत उत्पादन बडा साथ ही सभी पौधो को समान रुप से पानी उपलब्ध हो पाया जिससे शतप्रतिशत पौधे जीवित रहे। फलोद्यान के रख-रखाब मे प्रतिवर्ष पचास हजार रूपए खर्च आता है। इस प्रकार 1.20 लाख रुपयें की शुद्ध आय प्राप्त करते है, जो कि कृषि फसलों की अपेक्षा दोगुना लाभ दे रही है। प्रगतिशील कृषक श्री यादव ने किसान हितैषी योजनाओं का लाभ उढाने का आह्वान कृषकों से किया गया वहीं शासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने खेत में मुख्यमंत्री जी को बुलाना चाहते ताकि एक ही परिसर में शासन की किसान प्रिय योजनाओं को दिखला सके।